11 साल के छात्र को पीटा… 3 दिनों तक जंजीरों से बांधकर रखा, मदरसे के मौलवी की हैवानियत पढ़कर कांप जाएगी रूह
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां पर हाथों में बंधी हुई जंजीरों के साथ एक लड़का सड़कों पर घूम रहा था। लोगों ने पूछा तो उस बच्चे ने चौंकाने वाले खुलासे किए वह बच्चा एक मदरसे से भागकर आया था। उसका आरोप है कि मौलवी ने मदरसे में उसे पीटा और उसे जंजीरों से बांधकर भाग गया।
लोगों ने पुलिस और बाल संरक्षण संस्था को सूचना दी। बच्चे के हाथों के जंजीर काटी गई। पुलिस ने बच्चे के बयान दर्ज किए और मौलवी को गिरफ्तार करने पहुंचे लेकिन वह फरार हो गया। पुलिस मौलवी की तलाश कर रही है। पुलिस ने बताया कि बच्चे की उम्र महज 11 साल है। उसके हाथों में जंरीर बंधी होने के कारण स्थानीय लोगों की नजर उस पर पड़ी। पुलिस और बाल संरक्षण समिति ने बच्चे को रेस्क्यू कराया। उससे बातचीत की गई तो बच्चे ने दर्दनाक घटना बयां की।
छठी क्लास में पढ़ता है लड़का
बच्चे ने बताया कि वह पलुल्लियन गांव के एक मदरसे से भाग कर वहां आया है। वह मदरसे में 6वीं कक्षा में पढ़ रहा था। जहां उसके टीचर (मौलवी) ने उसे जंजीरों से बांध दिया था और बेरहमी से पीटा था। उसने बताया कि लड़का राजौरी के अंडरूथ गांव का रहने वाला है।
तीन दिनों तक बांधकर रखा
बच्चे ने बताया कि वह तीन दिनों से मदरसे में इसी तरह जंजीरों से बंधा पड़ा था। मौका देखकर वह किसी तरह वहां से भाग निकला। बच्चे ने बताया कि वह कुछ दिनों पहले भी प्रताड़ना से परेशान होकर मदरसे से भागकर अपने घर अंदरूठ गांव पहुंच गया था। वहां उसके परिवार ने उसे फिर से मदरसे में हैवान मौलवी के पास छोड़ दिया।
इस तरह मौका देख भागा छात्र
पुलिस ने बताया कि मौलवी का नाम बशारत है। शुक्रवार को वह जुमे की नमाज में व्यस्त था, उसी दौरान बच्चा मौका देखकर वहां से भाग निकला। टीम के सदस्यों ने बच्चे का मेडिकल करवाया है। बच्चे को सुरक्षित जगह पर रखा गया है ताकि उसे कोई परेशानी न हो।
बच्चे को गुप्त जगह पर रखा गया
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और दोषियों को पकड़ने के लिए आगे की जांच जारी है। बाल संरक्षण समिति के कानूनी अधिकारी एस कांत ने कहा कि मामला गंभीर है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।