हिमाचल प्रदेश में 5 दिनों से फंसे थे 300 पर्यटक… सुरक्षित निकाला, 90 लोगों की मौत!
हिमाचल : हिमाचल प्रदेश में लाहौल और स्पीति के चंद्रताल में गुरुवार को बचाव कर्मियों ने पांच दिनों से फंसे करीब 256 पर्यटकों को सुरक्षित निकाल लिया है। बर्फबारी के कारण घटनास्थल तक जाने वाली सड़क अवरुद्ध हो गई थी। अधिकारियों का दावा है कि पिछले चार दिनों में राज्य में 60,000 पर्यटकों को सुरक्षित क्षेत्रों में भेज दिया गया है। लाहौल और स्पीति के उपायुक्त राहुल कुमार ने बताया कि बचाव अभियान की निगरानी की जा रही हैं।
राजस्व मंत्री के चंद्रताल पहुंचने के बाद पर्यटकों को निकालने का काम शुरू हुआ। 250 से अधिक लोग जिनमें ज्यादातर पर्यटक हैं, चंद्रताल में फंसे हुए थे। दो बुजुर्गों और एक लड़की सहित सात बीमार लोगों को मंगलवार को हवाई मार्ग से भुंतर ले जाया गया था। अधिकारियों ने बताया कि कसोल-भुंतर रोड पर डुनखारा के पास भारी भूस्खलन के कारण वाहनों को नहीं ले जाया जा सका।
अधिकारियों ने बताया कि कसोल, खीरगंगा और आसपास के इलाकों में विभिन्न स्थानों पर फंसे 10,000 पर्यटक सुरक्षित स्थानों पर जाने से इनकार कर रहे हैं, क्योंकि वे अपनी कारों को नहीं छोड़ना चाहते हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू ने गुरुवार को कहा कि पुलिस पर्यटकों को एक पर्ची देगी और सड़कें साफ होने पर वे अपने वाहन ले जा सकेंगे। राज्य सरकार के मुताबिक राज्य से अभी तक 60,000 पर्यटकों को निकाला जा चुका है। कुल्लू और मनाली में फंसे 25,000 पर्यटकों सहित हजारों पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार को किन्नौर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया।
अभी तक 60 हजार पर्यटकों को निकाला: सीएम
हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हम अभी तक 60 हजार पर्यटकों को निकाल चुके हैं। हमारे 2 मंत्री चंद्रताल से -4 डिग्री के तापमान में करीब 300 लोगों को लेकर लोसर पहुंच चुके हैं। उन सभी की जांच हो रही है, उसके बाद उन्हें उनके घर पहुंचा दिया जाएगा।\
सड़कें बंद और संपत्तियों को भारी नुकसान
पहाड़ी राज्य में भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से यहां की सड़कें अवरुद्ध हो गईं और संपत्तियों को नुकसान हुआ है। कार्यवाहक डीजीपी सतवंत अटवाल ने बुधवार रात को ट्वीट कर जानकारी दी कि किन्नौर जिले के सांगला, छितकुल और रक्षम में विदेशियों सहित 95 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लाया गया। उन्होंने कहा कि इस्राइल के छह पर्यटकों को मणिकरण लाया गया है और 37 इस्राइली बरशैनी में हैं और वे सभी सुरक्षित हैं।
90 लोगों की मौत
हिमाचल सरकार में मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि 90 लोगों की मौत हुई है और इनमें से कई मौतें भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ के कारण हुई हैं। सरकार स्थिति को वापस पटरी पर लाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में कुल 1,020 मार्ग अब भी अवरोध बना हुआ हैं। राज्य में 24 जून के बाद से बारिश से संबंधित घटनाओं व सड़क हादसों में 90 लोगों की मौत हो चुकी है और 100 लोग घायल हुए हैं। 16 लोग अब भी लापता हैं। कुल 170 मकान पूरी तरह से और 594 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।