उद्धव ठाकरे के ‘कलंक’ वाले बयान पर फडणवीस से लेकर नितिन गडकरी तक… किसने क्या कहा?

महाराष्ट्र : महाराष्ट्र बीजेपी प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले की कड़ी आलोचना और चेतावनी के बावजूद, उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को न केवल उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस के खिलाफ अपनी ‘कलंक’ वाली टिप्पणी दोहराई, बल्कि उसका बचाव भी किया. उद्धव ठाकरे पूछा, “मैंने क्या गलत कहा?

आप लोगों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हैं. क्या यह उन्हें कलंकित नहीं कर रहा है? और फिर आप ऐसे लोगों को अपने मंत्रिमंडल में शामिल करते हैं. मैंने प्रवर्तन निदेशालय के छापों की तुलना अफजल खान द्वारा किए गए हमलों से भी की थी. क्या आप इन छापों से नेताओं और उनके परिवारों को कलंकित नहीं कर रहे हैं?” ठाकरे ने पूछा,”कलंक शब्द में ऐसी क्या खराबी है कि इसके बारे में इतना गुस्सा हो रहा है?”

क्या बोले देवेंद्र फडणवीस?
फड़णवीस ने तीखा पलटवार करते हुए ट्वीट किया कि उद्धव पीलिया से पीड़ित हैं इसलिए उन्हें हर चीज दागदार नजर आ रही है. “जब आप किसी पर गलत काम करने का आरोप लगाते हैं और फिर उसके साथ भोजन करते हैं, तो यह एक धब्बा है. जब कोई बालासाहेब ठाकरे के लिए ‘हिंदूहृदय सम्राट’ के बजाय ‘जनाब’ का उपयोग करता है, तो यह एक कलंक है. जब आप वीर सावरकर को कोसने वालों के साथ सत्ता साझा करते हैं, तो यह एक धब्बा है.

जब राज्य की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वालों को जबरन वसूली का लक्ष्य दिया जाता है, तो यह एक कलंक है. जब कोई पार्टी कार्यकर्ता किसी उद्योगपति के घर के सामने बम रखता है और आप उसका बचाव करते हुए पूछते हैं कि क्या वह ओसामा बिन लादेन है, तो यह एक कलंक है. जब आप मुश्किल से दो साल में लोकतंत्र के मंदिर (विधानमंडल) में बैठते हैं और फिर दूसरों को लोकतंत्र पर उपदेश देते हैं, तो यह एक धब्बा है.”

क्या बोले चंद्रशेखर बावनकुले?
इस बीच, बावनकुले ने आरोप लगाया, “अगर उद्धव फड़नवीस का अपमान करते रहे, तो इससे राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो सकती है.” उन्होंने सेना (यूबीटी) प्रमुख को फिर से चेतावनी दी है.

क्या बोले नितिन गडकरी?
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी इस बयान की निंदा की. उन्होंने कहा, “नेताओं को शब्दों का प्रयोग करते समय संयम बरतना चाहिए.” इसी तरह, विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने कहा, “उद्धव ठाकरे परिवार और यहां तक कि मराठी माणूस के लिए एक ‘कलंक’ हैं. नागपुर में उनका भाषण महाराष्ट्र की राजनीतिक संस्कृति पर एक धब्बा था. बीजेपी विधायक नितेश राणे ने कहा कि उद्धव की छवि एक संस्कारी नेता की है, लेकिन अपने नवीनतम “अपशब्दों” से उन्होंने अपना स्तर दिखा दिया है.

पूर्व सीएम के औचित्य पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, फड़नवीस ने कहा, “मुझे यह जानकर दुख हुआ कि हमारे प्रतिद्वंद्वी और पूर्व मित्र वर्तमान राजनीतिक स्थिति के कारण गहराई से प्रभावित हुए हैं. यह झटका इतना गंभीर है कि उन्हें अब मनोचिकित्सक से सलाह लेनी पड़ सकती है. जब सामने वाला व्यक्ति इतनी नाजुक मानसिक स्थिति से गुजर रहा हो तो उस पर प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए.”

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