ठाणे जिले में सरकार 43 हजार हेक्टेयर भूमि पर मिल मजदूरों के लिए बनाएगी घर – एकनाथ शिंदे
मुंबई : सह्याद्री गेस्ट हाउस पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मिल मजदूरों को घरो की चाबियां देते हुए कहा कि मिल मजदूरों को मिल की साइट पर घर उपलब्ध कराने का प्रयास सरकार कर रही है। मुंबई में बंद मिलों की जमीन पर मिल मजदूरों के लिए उपलब्ध घरों की सीमित संख्या को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने मिल मजदूरों को अधिक घर उपलब्ध कराने के लिए ठाणे जिले के विभिन्न स्थानों में 43 हजार हेक्टेयर भूमि की खोज की है।
सरकार म्हाडा के दवारा इन घरों का निर्माण कर मिल मजदूरों को घर मुहैया कराएगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बचे हुए मिल मजदूरों को घर उपलब्ध कराने का आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार आखिरी मिल मजदूर तक को घर दिए बिना चैन से नहीं बैठेगी। पिछले 20 दिनों में मिल मजदूरों के घर की चाबियाँ देने का यह दूसरा कार्यक्रम है मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह सरकार आखिरी मिल मजदूर तक घर दिलाने के लिए कटिबद्ध है और गरीब मिल मजदूरों को घर दिलाए बिना सरकार शांत नहीं बैठेगी .
उन्होंने जिस गति दे पिछेल दस दिनों से घर दिया जा रहा है उम्मीद है कि यह गति आगे भी जारी रहेगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि हर किसी का सपना होता है कि उसका अपना एक घर हो। उन्हें खुशी है कि उन्हें उनका घर मिल रहा है लेकिन हमे इसमें और अधिक खुशी मिल रही है कि उनकी ख़ुशी में हम भी सहभागी हो रहे है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मिलों की साइट पर मकान उपलब्ध कराने का भी प्रयास है.
इसके अलावा पात्रता निर्धारित होने पर प्रमुख वितरण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।मिल की जमीन पर घर नहीं बन पाए तो सरकार अतिरिक्त आवास बनाने के लिए म्हाडा को कहेगी जिससे बाकी मजदूरों को भी आवास मिल सके. सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बकाया मिल मजदूरों को मकान उपलब्ध कराने का प्रयास करेगी। शिंदे ने कहा सरकार ने आम लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए विभिन्न परियोजनाएं शुरू की हैं।
उन्होंने कहा मुंबई छोड़ चुके मुंबईकरों को वापस मुंबई लाने की कोशिश कर रहे हैं। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उप मुख्यमंत्री अजित पवार, श्रम मंत्री सुरेश खाड़े, मिल श्रमिक समिति अध्यक्ष विधायक सुनील राणे, विधायक कालिदास कोलंबकर, प्रकाश अबितकर, आवास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव वल्सा सिंह नायर , म्हाडा उपाध्यक्ष संजीव जयसवाल मुख्याधिकारी मिलिंद बोरीकर आदि उपस्थित थे।