जुलाई के अंत तक पानी कटौती से मिल सकती है राहत… 50 प्रतिशत से अधिक पानी का स्टॉक होने पर होगा विचार
मुंबई: 1 जुलाई से 10 प्रतिशत पानी कटौती का सामना कर रहे मुंबईकरों को जुलाई के अंत तक राहत मिल सकती है। बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि बीएमसी प्रशासन झीलों के जलस्तर पर नजर बनाए हुए है। झीलों में 40 से 50 प्रतिशत पानी का स्टॉक होने पर बीएमसी पानी कटौती रद्द करने पर विचार करेगी।
अधिकारी ने कहा कि कोई भी निर्णय लेते समय बारिश को लेकर मौसम विभाग का अनुमान और झीलों में जलस्तर को ध्यान रखा जाएगा। खासकर ठाणे और नासिक में होने वाली बारिश का आकलन पानी कटौती रद्द करने का फैसला लेने में मददगार होगा। फिलहाल, मुंबई को पानी देने वाली झीलों में लगभग 19 प्रतिशत पानी का स्टॉक है।
अधिकारी ने बताया कि मुंबई को मोडक सागर, तानसा, विहार, तुलसी, मध्य वैतरणा, भातसा, अपर वैतरणा झील से प्रतिदिन 3850 एमएलडी पानी की आपूर्ति की जाती है। मॉनसून देरी से सक्रिय होने के कारण हमें पानी कटौती का निर्णय लेना पड़ा था। लेकिन, 24 जून से शुरू हुई अच्छी बारिश का फायदा झीलों के जलस्तर में वृद्धि के रूप में यही है।
मुंबई को पानी आपूर्ति करने वाली सातों झीलों में 25 जून को उनकी कुल क्षमता का सिर्फ 6.49 प्रतिशत था। अच्छी बारिश की वजह से 1 जुलाई को झीलों में पानी का स्टॉक बढ़कर 12.85 प्रतिशत हो गया और अब 7 जुलाई को झीलों में उनकी कुल क्षमता का कागभाग 19 प्रतिशत पानी का स्टॉक हो गया है, जो काफी राहत की बात है।
यदि 31 जुलाई तक झीलों में 40 से 50 प्रतिशत पानी का स्टॉक जमा हो गया, तो स्थिति की समीक्षा कर बीएमसी पानी कटौती रद्द कर सकती है। अधिकारी ने कहा कि मुंबई में भारी बारिश का पानी कटौती से कोई संबंध नहीं है, क्योंकि मुंबई में पीने वाला पानी नासिक और ठाणे की झीलों से आता है। मुंबई में विहार और तुलसी झील हैं, जो छोटी हैं।
पिछले साल जैसे हालात
मुंबई को पानी देने वाली झीलों में उतना ही पानी का स्टॉक है, जितना लगभग पिछले साल था। हालांकि, पिछले साल बीएमसी ने पानी कटौती नहीं की थी। इस बार 7 जुलाई, 2023 को मुंबई की सातों झीलों में उनकी क्षमता का 271520 एमएलडी यानी 18.76 प्रतिशत पानी जमा है। साल 2022 में समान अवधि में झीलों का वॉटर स्टॉक 276129 एमएलडी यानी कुल क्षमता का 19.08 प्रतिशत था। 2021 में 7 जुलाई की सुबह 6 बजे तक इन्हीं झीलों में 266850 एमएलडी (18.44 प्रतिशत) पानी का स्टॉक था।