पालघर ग्राम स्तर पर आपदा प्रबंधन समिति गठित करने वाला महाराष्ट्र का पहला जिला

पालघर : पालघर के लोग अब प्राकृतिक आपदाओं से चट्टान बन कर टकराएंगे। जिससे जिले में चक्रवात और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान को बहुत हद तक रोकने के मदद मिलेगी। पालघर ग्राम स्तर पर आपदा प्रबंधन समिति गठित करने वाला महाराष्ट्र का पहला जिला बन गया है।

डहाणू की सहायक जिलाधिकारी संजीता महापात्रा ने बताया कि ग्रामीणों को किसी आपदा से बचने व उससे निपटने के तरीके सिखाने से गंभीर एवं अप्रिय स्थितियों से निपटने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को आपदा योजनाएं तैयार करने को कहा गया है, उन्हें प्राथमिक उपचार, बचाव अभियानों का प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने कहा कि पालघर ग्रामीणों के लिए आपदा प्रबंधन में प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने वाला राज्य का पहला जिला है।

तहसीलदार अभिजीत देशमुख और जिला आपदा नियंत्रण अधिकारी विवेकानंद कदम ने प्रशिक्षण सत्र का संचालन किया जिस दौरान सहभागियों को चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाओं के सिलसिले में तैयारी करने को कहा गया। जिला आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम ने बताया कि शनिवार को तटीय इलाके में स्थित डहाणू तालुका में गांवों के लिए १५ दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ।

इस प्रशिक्षण का आयोजन द रेजिलिएंट फाउंडेशन के प्रशिक्षक भूपेन्द्र मिश्रा की टीम के सहयोग से किया गया था, तथा इस क्षेत्र के हर गांव में आपदा प्रबंधन समिति गठित की गइ है। समिति में सरपंच, तलाठी, ग्रामसेवक, शिक्षक, अांगनवाड़ी r सेविका, ग्रामपंचायत सदस्य, इलेक्ट्रीशियन, स्वयंसेवी संस्था के प्रतिनिधी, आशा वर्कर सहित स्थानीय लोग शामिल है।

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