आदित्य ठाकरे के करीबी सूरज चव्हाण के घर पर ईडी की छापेमारी… कोरोना काल में हुए घोटाले के संबंध में जांच शुरू
मुंबई: मुंबई में बुधवार सुबह से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे के करीबी और ठाकरे गुट की शिवसेना के सचिव सूरज चव्हाण के घर पर छापा मारा है। यह छापेमारी कोरोना काल में लाइफलाइन कंपनी घोटाले के संदर्भ में की गई है। चेंबूर में सूरज चव्हाण के आवास पर भी छापेमारी की गई है।
सूरज चव्हाण चेंबूर की एक इमारत केके ग्रैंड की 11वीं मंजिल पर रहते हैं। ईडी की टीम सुबह करीब साढ़े आठ बजे से सूरज चव्हाण के घर में दाखिल हुई है। जानकारी के मुताबिक पांच अधिकारियों की एक टीम चव्हाण के घर में जांच कर रही है। लाइफलाइन हॉस्पिटल मैनेजमेंट सर्विसेज कंपनी पर कोरोना काल में आर्थिक घोटाले का आरोप है।
बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने आरोप लगाया था कि कोविड सेंटर और चिकित्सा उपकरणों की खरीद के ठेके में घोटाला हुआ है। ईडी आज इस मामले की जांच कर रहा है। इस मामले में ईडी ने निबंधित अधिकारी संजीव जायसवाल के घर पर भी छापेमारी की है।
ईडी ने मुंबई शहर में तकरीबन 16 जगहों पर कार्रवाई शुरू की है। उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत के बेहद करीबी सुजीत पाटकर के घर और दफ्तर पर भी ईडी ने छापा मारा है। दरअसल लाइफलाइन हॉस्पिटल मैनेजमेंट सर्विसेज कंपनी सुजीत पाटकर की है। इस कंपनी को कोरोना काल में मेडिकल सेवाएं देने का काम दिया गया था। लेकिन किरीट सोमैया ने आरोप लगाया था कि इस कंपनी ने घोटाला किया है। ईडी अब मामले की जांच कर रही है।
राज्य सरकार ने कोरोना घोटाला मामले में एसआईटी का गठन किया है। जो इस मामले की छानबीन करेगी। वहीं, उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वह एक जुलाई को बीएमसी के खिलाफ मार्च निकालेंगे। उद्धव ठाकरे के बयान के बाद बुधवार को ईडी ने यह कार्रवाई की है। ऐसे में यह सवाल उठाया जा रहा है कि कहीं यह कार्रवाई राजनीतिक दुश्मनी की वजह से तो नहीं की है?
महाराष्ट्र में फ़िलहाल उद्धव और शिंदे गुट के बीच संग्राम छिड़ा हुआ है। बहरहाल उद्धव गुट का कहना है कि हमारे नेता ने कुछ गलत नहीं किया है। इसलिए वह कितनी भी जांच-पड़ताल कर लें, उन्हें कुछ नहीं मिलेगा। सूरज चव्हाण के घर के पास जमा हुए शिवसैनिकों ने कहा कि हमारे नेता इस मुसीबत से अंत में बच जाएंगे।