महाराष्ट्र में औरंगजेब पर राजनीति गर्म… राष्ट्रवादी मुसलमान नहीं मानते उसे अपना नेता- फडणवीस
महाराष्ट्र : महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि भारत में कोई भी मुस्लिम औरंगजेब का वंशज नहीं है और देश में राष्ट्रवादी मुसलमान मुगल बादशाह को अपना नेता नहीं मानते. उन्होंने औरंगाबाद जिले में औरंगजेब के मकबरे पर जाने के लिए वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर पर भी निशाना साधा.
फडणवीस यही नहीं रुके, उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से सवाल किया कि क्या उन्हें प्रकाश आंबेडकर का यह कदम मंजूर है. इस साल की शुरुआत में उद्धव ठाकरे और प्रकाश आंबेडकर के दलों ने गठबंधन किया था.
‘राज्य में औरंगजेब के इतने हमदर्द कैसे आ गए’
नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार के नौ साल पूरे होने पर अकोला में जनसभा को संबोधित करते हुए फडणवीस ने कहा, ‘अकोला, संभाजीनगर और कोल्हापुर में जो हुआ वह संयोग नहीं, बल्कि प्रयोग था. राज्य में औरंगजेब के इतने हमदर्द कैसे आ गए?’
‘हमारे राजा सिर्फ छत्रपति शिवाजी महाराज हैं’
उन्होंने कहा, ‘औरंगजेब हमारा नेता कैसे हो सकता है? हमारा राजा केवल एक है और वह छत्रपति शिवाजी महाराज हैं…भारत के मुसलमान, औरंगजेब के वंशज नहीं हैं. मुझे बताएं कि औरंगजेब के वंशज कौन हैं? औरंगजेब और उसके पूर्वज कहां से आए थे? औरंगजेब और उसके पूर्वज बाहर से आए थे.’
उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘इस देश में राष्ट्रवादी मुसलमान औरंगजेब का समर्थन नहीं करते हैं और वे केवल छत्रपति शिवाजी महाराज को अपना नेता मानते हैं.’ औरंगजेब के मकबरे पर जाने को लेकर प्रकाश आंबेडकर पर निशाना साधते हुए फडणवीस ने उनसे पूछा कि ऐसा करने की क्या जरूरत थी.
वहीं आज शिवसेना का स्थापना दिवस है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले दोनों गुट पार्टी का स्थापना दिवस मनाएंगे. बाल ठाकरे ने 19 जून 1966 को शिवसेना की स्थापना की थी और उन्होंने ‘मराठी मानुष’ को अपनी राजनीति का आधार बनाया था.
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव तथा मुंबई में काफी समय से लंबित नगर निगम चुनाव से पहले शिवसेना के दोनों ही धड़े दिवंगत बाल ठाकरे की विरासत के ‘असल उत्तराधिकारी’ होने का दावा कर रहे हैं.