कोल्हापुर में बवाल के बाद 20 गिरफ्तार… इंटरनेट बंद !
कोल्हापुर: कोल्हापुर हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक 20 लोगों को हिरासत में लिया है। साथ शहर में इंटरनेट सेवाओं को 31 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है। जो बुधवार शाम पांच बजे से लेकर गुरुवार की मध्यरात्रि तक लागू रहेगा। टीपू सुल्तान और औरंगजेब के पोस्ट और स्टेटस को रखे जाने के खिलाफ बजरंग दल ने कोल्हापुर बंद का ऐलान किया था। हालांकि, जिले की शिवाजी चौक पर यह बंद और विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया।
मौके की नजाकत को देखते हुए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े। तब जाकर प्रदर्शनकारियों पर काबू पाया जा सका। हैरत की बात यह है कि जिले में धारा 144 लागू होने के बाद भी प्रदर्शनकारी शिवजी चौक पर इकठ्ठा हुए। पुलिस के लाठीचार्ज की वजह से कुछ समय के लिए भगदड़ जैसे हालात बन गए थे।
जिसमें दो लोग जख्मी हुए, इसके पचास गाड़ियों और कुछ दुकानों को नुकसान पहुंचा है।फ़िलहाल शहर में हालत सामान्य हैं हालांकि, पुलिस बल की एहतियातन भारी तैनाती की गयी है। इस बात की आशंका है कि प्रदर्शनकारियों के कुछ समूह पड़ोसी सांगली जिले जा सकते हैं, इसे देखते हुए पुलिस को सतर्क कर दिया गया है और निषेधात्मक आदेश लागू किए जा सकते हैं।
कैसे हुई हिंसा?
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में औरंगजेब और मैसूर के शासक रहे टीपू सुल्तान की तारीफ में एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर बुधवार को दो गुटों में हिंसक झड़प हो गई। इसमें दोनों तरफ से जमकर लाठी-डंडे चले और पत्थरबाजी हुई। हालात काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। बुधवार को कुछ हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन और बंद का आह्वान किया था। पुलिस ने बताया कि कुछ संगठनों के कार्यकर्ता शिवाजी चौक पर जमा हुए थे। प्रदर्शन के बाद भीड़ लौट रही थी, तभी कुछ उपद्रवियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी जिसकी वजह से पुलिस को उनके खिलाफ बल प्रयोग करना पड़ा।
पुलिस का कहना है कि भीड़ टीपू सुल्तान की तस्वीर के साथ आपत्तिजनक ऑडियो संदेश सोशल मीडिया पर पोस्ट करने का विरोध कर रही थी। इस दौरान भीड़ ने सुरक्षा बलों पर हमला किया, पथराव भी किया। इसके अलावा, कुछ वाहनों को पलट दिया। विरोध बढ़ता देख स्थानीय दुकानदारों ने दुकानों के शटर गिरा दिए।
पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस को प्रदर्शनकारियों का पीछा करते, एक जगह भीड़ को काबू करते और कुछ को हिरासत में लेते देखा गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को बताया कि इस मामले में कुछ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। कोल्हापुर के प्रभारी मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जिन्होंने टीपू सुल्तान की तस्वीर के साथ आपत्तिजनक ऑडियो संदेश सोशल मीडिया पर पोस्ट किया।
किसी आरोपी को नहीं बख्शेंगे: शिंदे
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को शांति बनाए रखने की अपील की और लोगों से कानून हाथ में नहीं लेने को कहा। शिंदे ने कहा, ‘कानून हाथ में लेने वाले किसी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। मैं स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं और जरूरी निर्देश दिए गए हैं। आम लोगों का कल्याण हमारी प्राथमिकता है।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता को शांति बनाए रखने में प्रशासन की मदद करनी चाहिए। (पीटीआई)
औरंगजेब का महिमामंडन बर्दाश्त नहीं: फडणवीस
डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हम औरंगजेब के महिमामंडन को बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्य है। फडणवीस ने कहा, ‘कुछ राजनेता कह रहे थे कि राज्य में दंगे जैसी स्थिति हो सकती है। एक विशेष समुदाय के युवाओं ने औरंगजेब की तस्वीरें दिखाईं। उन्होंने औरंगजेब और टीपू सुल्तान का महिमामंडन किया। यह केवल एक संयोग नहीं हो सकता है। कई जिलों में अचानक ये तस्वीरें क्यों दिखाई गईं? यह अपने आप नहीं होता है। इसकी जांच करनी होगी।’