महाराष्ट्र में दंगे जैसे हालात वाले बयान पर देवेंद्र फडणवीस बोले, ये महज इत्तेफाक नहीं…
मुंबई : महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को कहा कि कुछ नेताओं की ओर से राज्य में दंगे जैसे हालात संबंधी बयान तथा किसी खास समुदाय के एक वर्ग द्वारा औरंगजेब तथा टीपू सुल्तान को महिमामंडित किए जाने की घटना महज इत्तेफाक नहीं हो सकती. उप मुख्यमंत्री ने नवी मुंबई में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मुगल शासक औरंगजेब को महिमामंडित करने के कृत्य को महाराष्ट्र में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जांच करके यह पता लगाया जाएगा कि युवकों के एक वर्ग को कौन उकसा रहा है.
फडणवीस औरंगजेब की तस्वीर अहमदनगर में एक जुलूस के दौरान लहराए जाने की घटना तथा कोल्हापुर में कुछ स्थानीय लोगों द्वारा कथित तौर पर टीपू सुल्तान की तस्वीर तथा आपत्तिजनक ऑडियो संदेश सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की घटना की पृष्ठभूमि में बात कर रहे थे. भारतीय जनता पार्टी के नेता ने यह भी दावा किया कि राज्य के कुछ इलाकों में दंगे जैसे हालात पैदा हो रहे है क्योंकि एक खास समुदाय के लोग औरंगजेब को महिमामंडित कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘कुछ नेता कह रहे थे कि राज्य में दंगे जैसे हालात बन सकते हैं. इन नेताओं की टिप्पणियों की प्रतिक्रिया में खास समुदाय के युवाओं ने औरंगजेब की तस्वीरें लहराईं. उन्होंने औरंगजेब और टीपू सुल्तान को महिमामंडित किया. ये महज इत्तेफाक नहीं हो सकता.’ फडणवीस ने कहा, ‘क्यों अचानक महाराष्ट्र के कई जिलों में ये तस्वीरें दिखाई गईं? ये आसानी से या अपने आप नहीं होता. और महज इत्तेफाक भी नहीं हो सकता,हमें इस मामले की तह तक जाना चाहिए.’
उन्होंने कहा कि उन्हें अचरज हुआ कि कोल्हापुर में विपक्ष के एक मुख्य नेता ने कहा कि उन्हें मालूम हैं कि दंगे होंगे. उप मुख्यमंत्री ने कहा,‘उनके बयान के बाद वहां के कुछ युवाओं ने औरंगजेब और टीपू सुल्तान का महिमामंडन किया, और उसके बाद प्रतिक्रिया आई. क्या बयान और घटनाओं के बीच कोई संबंध है? हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि कौन औरंगजेब का महिमामंडन कर रहा है और कौन लोगों को ऐसा करने के लिए उकसा रहा है. जांच पूरी होने के बाद मैं उन चीजों का खुलासा करूंगा.’
शरद पवार का बिना नाम लिए कहा- सारे नेता एक जैसी भाषा बोल रहे
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को दावा किया शासक राज्य में कानून-व्यवस्था स्थापित करने के लिए जिम्मेदार हैं. अगर सत्ता पक्ष और उनके लोग इसे लेकर सड़कों पर उतर आते हैं तथा दो धर्मों के बीच दरार पैदा करते हैं तो यह शुभ संकेत नहीं है.
फडणवीस ने किसी का नाम लिए बिना कहा ,‘मैं आसानी से देख पा रह हूं कि ये सारे नेता एक जैसी भाषा बोल रहे है. एक खास समुदाय के लोग उनकी मदद कर रहे हैं और औरंगजेब को महिमामंडित कर रहे हैं. राज्य के कुछ इलाकों में दंगे जैसे हालात पैदा हो रहे है क्योंकि एक खास समुदाय के लोग औरंगजेब को महिमामंडित कर रहे हैं.’
उन्होंने कहा,‘महाराष्ट्र छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्शों का पालन करता है. हम सब ने कुछ नेताओं को औरंगजेब को देशभक्त दिखाने का प्रयास करते देखा है. हमें यह जांच करनी होगी कि कैसे कुछ नेता एक ही भाषा में बात करते हैं और कैसे उन्हें तत्काल प्रतिक्रिया मिलती है.’ बाद में उन्होंने नागपुर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार कानून व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ने की कोशिश करने वालों का पता लगा लेगी.