‘लव जिहाद’ और महिला अत्याचार पर राकांपा अपनी भूमिका स्पष्ट करें – प्रवक्ता केशव उपाध्ये
मुंबई : राज्य में लव जिहाद का एक बार फिर मुद्दा गरमा गया है. सत्तापक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर आरोप लगाने से नहीं चूक रहे है. राकांपा की सांसद सुप्रिया सुले के एक बयान पर भाजपा प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने जवाब दिया है. शुक्रवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित पत्रकार परिषद को संबोधित करते हुए केशव उपाध्ये ने सुले पर आरोप लगाया कि मंचर में ‘लव जिहाद’ की घटना के मद्देनजर राष्ट्रवादी कांग्रेस और सांसद सुप्रिया सुले की भूमिका धर्म के आधार पर तय होती है क्या? इसका जवाब उन्हें देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि लव जिहाद का मुद्दा देश के लिए घातक है राकांपा को राजनीति से ऊपर उठकर इस घटना का निषेध करना चाहिए। उपाध्ये ने कहा कि पुणे जिले के मंचर में ‘लव जिहाद’ की घटना को एक सप्ताह पहले भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर ने उजागर किया। ‘लव जिहाद’ की घटना को सात दिन पूरे होने के बावजूद ‘लव जिहाद’ विरोधी कानून का विरोध करने वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस और उसके नेताओं ने इस प्रकरण में जुबान तक नहीं खोली है।
पूर्व गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने अपनी तहसील की युवती के साथ ही इस प्रकार की घटना होने के बावजूद एक शब्द इस मामले में नहीं बोला है। राज्य में ‘लव जिहाद’ जैसी घटनाएं घटती हैं। तो इस पर सांसद सुप्रिया सुले घटना पर प्रतिक्रिया नहीं देती है। हाथरस सहित महिला अत्याचार की अन्य घटनाओं पर फौरन प्रतिक्रिया देने वाली सुप्रियाताई इस घटना पर चुप्पी साधे हुए हैं। अब तक वे मौन छोड़कर ठोस भूमिका रखें। केशव उपाध्ये ने कहा की मंचर की घटना में नाबालिग लड़की को फुसलाकर भगा ले जाया गया।
उसका यौन शोषण किया गया, जबरन गोमांस खिलाया गया, बुरखा पहनने की कड़ाई बरती गई। यह ‘लव जिहाद’ नहीं है तो क्या है? हिंदू समाज एकजुट होकर जब ‘लव जिहाद’ के खिलाफ मोर्चा निकाल रहा था, तब सुप्रियाताई ने मोर्चा का मजाक उड़ाया था। उपाध्ये ने कहा की राज्य के पूर्व गृहमंत्री रहे वलसे पाटिल ने पीड़ित लड़की व उसके परिवार से मुलाकात करने का शिष्टाचार भी नहीं दिखाया। मंचर जैसी ‘लव जिहाद’ की घटना को राजनीतिक नफा-नुकसान के गणित से नहीं देखा जाना चाहिए।