मुंबई में ड्रग्स के रैकेट में डी कंपनी शामिल, असगर अली की गिरफ्तारी में कई खुलासे…
मुंबई : मुंबई पुलिस ने जिस असगर अली शिराजी को गिरफ्तार किया था, उंसके जांच में कई खुलासे हुए हैं। एक मुख्य खुलासा जो हुआ है उसमें आरोपी ड्रग्स और दूसरे समान बेचकर जो पैसे प्राप्त करता था उस पैसे को टेरर फंडिंग में इस्तेमाल किये जाने का शक पुलिस को है। इसीके जांच के लिए पुलिस ने आरोपी के पुलिस कस्टडी की मांग की। जिसके बाद कोर्ट ने उसे फिर पांच जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
पुलिस के एंटी एक्सटॉर्शन सेल ने बड़े ड्रग्स तस्कर असगर अली शिराजी को मुंबई हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया था। उसे कुख्यात ड्रग तस्कर और डी-कंपनी के हैंडलर कैलाश राजपूत का करीबी माना जाता है। मुंबई पुलिस की उस पर काफी पहले से नजर थी। पुलिस अब इस मामले में अलग अलग एंगल तलाश रही है।
जांच में जो खुलासा हुआ है उसके मुताबिक आरोपी के ड्रग्स सप्लायर के साथ जो चैट थे उसे डिलीट कर दिया है। जानकरी के मुताबिक कैलाश राजपूत ड्रग्स पैडलर्स के भी साथ उंसके चैट हो सकते हैं जिसे डिलीट किया गया है। इसकी भी जांच अब पुलिस करेगी।
आरोपी शिराजी को जब गिरफ्तार किया गया तब जांच शुरू की गई। जिसमें खुलासा होने के बाद अब पुलिस यह जानना चाहती है कि ड्रग्स से इकट्ठा किये गए पैसे का इस्तेमाल टेरर फंडिंग में यो नहीं हुआ है। शक के आधार पर पुलिस कड़ियाँ तलाशने की कोशिश करने में जुटी हुई है। जांच में यह भी पता चला है कि शिराजी यूरोपीय देशों में नशीले पदार्थों की उच्च मांग को पूरा करने के लिए कूरियर सेवाओं के माध्यम से केटामाइन के प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन में शामिल था।
पुलिस को शक है जम्मू कश्मीर ड्रग्स सिंडिकेट का बड़ा जगह है। शिराजी पिछले दिनों जम्मू कश्मीर भी जाकर आया है। यहां उसने किससे मुलाकात की थी, इसकी जांच पुलिस कर रही है। पुलिस को शक है कि ड्रग्स से ही जुड़े मामले को लेकर इसने जम्मू कश्मीर का दौरा किया था। हालांकि यह जांच का विषय है कि आरोपी वहां किसलिए गया था।
दरअसल यह पूरा मामला दी कंपनी की तरफ इसलिए जा रहा क्योंकि 2012 में कैलाश राजपूत के साथ शिराजी को भी गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के मुताबिक कैलाश राजपूत ड्रग्स के इस पूरे धंधे को चलाता है। जिसे ड्रग्स कुरियर आदि से यह उपलब्ध कराता था।
कैलाश राजपूत के दाऊद और छोटा शकील से सीधे संबंध हैं, पुलिस अब शिराजी के रोल को तलाशने में जुटी हुई है। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने जो डेटा जब्त किया है उसमें लगभग 30 बार कंसाइमेन्ट इसकी तरफ से विदेश भेजे गए हैं। जिसका लिंक भी पुलिस तलाश कर रही है।
पुलिस द्वारा कोर्ट को दी गई जानकारी में कहा गया गया है की आरोपी के कंप्यूटर में से लगभग 200 एक्सेल फाइल जब्त की गई है। इसके अलावा ड्रग्स के सप्लाई में कोडवर्ड का इस्तेमाल भी किया गया है। जिसे पुलिस ने जब्त किया है। हालांकि मामले की अधिक जांच एंटी एक्सटॉर्शन सेल कर रही है।