वसई विरार मनपा को सुंदरीकरण करने के लिए मिले 72 करोड़… फिर भी मनपा क्षेत्र में जगह जगह लगा है कूड़े का अंबार
वसई : केंद्र सरकार ने पूरे भारत देश के हर शहर को स्वच्छ, स्वस्थ्य व प्रदूषण मुक्त करने के लिए करोड़ो रुपए खर्च करके स्वच्छ भारत अभियान अंतर्गत विभिन्न उपाययोजना चला रही है। हर शहर को स्वच्छ, पर्यावरण मुक्त, प्रदूषण मुक्त एवं साफ सुथरा रखने के लिए केंद्र सरकार ने वसई विरार मनपा को 72 करोड़ की निधि दिया है । केंद्र सरकार द्वारा दिये गए निधि को खर्च करके वसई विरार मनपा द्वारा शहर में जगह जगह रंगरोगन, चौराहों का सुंदरीकरण, करके दीवारों पर कलाकृतियां तो बनाई जा रहीं हैं।
वही पर्यावरण संरक्षण के लिए भी कई उपाययोजना किये जा रहे हैं, लेकिन उसके संरक्षण के लिए मनपा द्वारा कोई उपाययोजना तैयार नही किये जाने से वसई विरार में हो रहे सुंदरीकरण करण केवल कागजों में सिमट जाने के साथ ही साथ केंद्र सरकार द्वारा दिये गये करोड़ों रुपए स्वाहा होते नजर आ रहे हैं। जगह जगह कूड़े का अंबार लगा रहता है । और जहाँ मनपा द्वारा जगह जगह सुंदर बनाये गए स्थानों के सामने कूड़े का अंबार लगा रहता है।
जगह जगह फेके गये कचरे से निकलने वाली दुर्गंध से आसपड़ोस में रहने वाले नागरिकों को परेशानी होती हैं ,कचरे का दुर्गंध इतना भयानक रहता है कि वह से गुजरने वाले नागरिकों को अपनी नाक बंद करके चलना पड़ता है। समाज सेवक महेंद्र शर्मा ने सफाई ठेकेदार पर आरोप लगाया कि साफ सफाई करने वाले जितने कर्मचारियों की जरूरत होती है,उससे कम कर्मचारियों रखकर शहर की साफ सफाई करवाई जा रही हैं।
कर्मचारियों की संख्या कम होने का सीधा असर सफाई व्यवस्था पर पड़ रहा है। जबकि इस मामले की शिकायत मनपा के उप आयुक्त डॉक्टर किशोर गवस व कार्यकारी अभियंता राजेंद्र लाड से किया था, लेकिन दोनों अधिकारीयो उस आश्वासन दिया था लेकिन उसके बाद आज तक कोई समुचित उपाययोजना नही किया गया। जिसके कारण आज भी शहर के कई जगहों पर कचरों का अंबार लगा रहता है। वसई विरार मनपा हॉस्पिटल के नजदीक रहमत नगर नाके पर बनी पुलिस चौकी के पीछे कचरे का अंबार लगा रहता है ।मनपा ने उस स्थान पर सुंदरीकरण कर पेंटिंग तो बनाई है।
लेकिन कूड़े से निकलने वाले दुर्गंध से पुलिसकर्मी परेसान रहते हैं। कई बार शिकायत करने के बावजूद भी समस्या का निराकरण नही हो पा रहा है। समाज सेवक प्रवीण दुबे उर्फ कड़क गुरु का कहना है कि मनपा द्वारा नागरिकों की जनसमस्याओं और मूलभूत सुविधाओं को नजरअंदाज कर रही है । क्योंकि जिस स्थानों पर सुंदरीकरण किया गया है, उसी स्थान पर कचरे का अंबार लगा रहता है। केंद्र द्वारा दिये गए राशि को मनपा कचरे में दफन कर रही है।