दो पुलिसकर्मियों को लापरवाही के मामले में एक वर्ष तक वार्षिक वेतन वृद्धि नहीं करने की मिली सजा

वसई : एमबीवीवी पुलिस कमिश्नरेट ने दो पुलिसकर्मियों को दुर्व्यवहार और लापरवाही के मामले में सजा सुनाई है। मिली जानकारी के अनुसार,दो पुलिस अधिकारियों की पहचान विरार पुलिस स्टेशन के पुलिस उप-निरीक्षक संदेश राणे और नालासोपारा पुलिस स्टेशन की पुलिस उप-निरीक्षक भाविका माहिमतुरा के रूप में हुई है। भाविका माहिमतुरा नालोसपारा पुलिस स्टेशन में पुलिस सब-इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं और उन्हें 12 अपराधों और 10 आकस्मिक मौतों की जांच सहित कुल 22 मामलों की जांच करने का काम सौंपा गया था।लेकिन इन मामलों की जांच लंबे समय से लंबित थी। उन्हें उनके वरिष्ठों द्वारा रिकॉर्ड की जांच करने और मामलों का त्वरित निस्तारण करने का निर्देश दिया गया था। काम पूरा नहीं करने और अपने वरिष्ठों के आदेशों की अनदेखी करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। नोटिस का जवाब देने के बाद, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्रीकांत पाठक ने उन्हें महाराष्ट्र पुलिस नियम, 1956 के प्रावधानों के अनुसार एक वर्ष के लिए अगले वार्षिक वेतन वृद्धि को निलंबित करने की सजा सुनाई है । पुलिस नियमावली के अनुसार पुलिस अधिकारी की साप्ताहिक डायरी वरिष्ठ कार्यालय को प्रत्येक सप्ताह भिजवाना आवश्यक है। वही विरार पुलिस स्टेसन में पुलिस उपनिरीक्षक संदेश राणे ने अगस्त 2021 से 14 महीने की डायरी पुलिस को नहीं सौंपी है। उन्हें डायरी पेश करने का आदेश दिया गया था। लेकिन जैसे ही उन्होंने इसे नजरअंदाज किया, उन्हें इस संबंध में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के लिए कहा गया।लेकिन उन्होंने खुलासा भी नहीं किया। इसलिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। राणे के जवाब के बाद अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्रीकांत पाठक ने कड़ी चेतावनी दी है।

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