रूस की आलोचना नहीं करना भारत को पड़ेगा महंगा? इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने दिया जवाब…
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में सोमवार (22 मई) को ऑस्ट्रेलिया पहुंचे. वे पापुआ न्यू गिनी से सीधे ऑस्ट्रेलिया पहुंचे हैं. यहां उन्होंने भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों को नए स्तरों पर ले जाने पर जोर दिया. यहां पर पीएम मोदी से द ऑस्ट्रेलियन ने इंटरव्यू के दौरान रूस और यूक्रेन के युद्ध पर सवाल किए. पीएम मोदी ने रूस पर किए गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि भारत की तरफ से रूस की आलोचना न करने से ऑस्ट्रेलिया के साथ उनके रिलेशन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इससे हमारे बाइलेटरल रिलेशन को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा. इसके पीछे की वजह ये है कि ऑस्ट्रेलिया अपने लेवल पर रूस की आलोचना करता रहता है.
एक अच्छे दोस्त होने का फायदा- पीएम मोदी
भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक अच्छे दोस्त होने का फायदा ये है कि हम एक-दूसरे से खुलकर चर्चा कर सकते हैं. एक-दूसरे की सराहना कर सकते है. ऑस्ट्रेलिया हमारी स्थिति को बेहतर तरीके से समझता है और हमारे बाइलेटरल रिलेशन किसी भी तरह से प्रभावित नहीं करेगा. इसके अलावा उन्होंने यात्रा के महत्व के बारे में बात करते हुए कहा कि इस यात्रा से दोनों देशों को नई तकनीक, क्लिन एनर्जी और साइबर स्पेस सहित अन्य सहयोगी क्षेत्रों में मदद मिलेगी. पीएम मोदी ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे.
ऑस्ट्रेलियाई उद्योगपतियों से मुलाकात
पीएम मोदी ने सोमवार को सिडनी पहुंचने के बाद ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज के साथ बातचीत करेंगे. भारतीय प्रधानमंत्री ऑस्ट्रेलियाई सरकार के अतिथि के रूप में यह दौरा कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने उद्योगपतियों से मुलाकात की. उन्होंने हैनकॉक प्रोस्पेक्टिंग की कार्यकारी चेयरमैन जीना राइनहार्ट, फोर्टेस्क्यू फ्यूचर इंडस्ट्री के कार्यकारी चेयरमैन एंड्रयू फॉरेस्ट और ऑस्ट्रेलियनसुपर के सीईओ पॉल श्रोडर के साथ द्विपक्षीय बैठकें की. श्रोडर के साथ बैठक में मोदी ने कहा कि भारत दुनिया में विदेशी निवेश के लिए सबसे पसंदीदा अर्थव्यवस्थाओं में एक है. उन्होंने ऑस्ट्रेलियन सुपर को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित किया.