दोहरे हत्याकांड का राज बरकरार… पुलिस की कार्यप्रणाली पर परिवार में आक्रोश
केईएम अस्पताल में चल रहा आरोपी का उपचार, डॉक्टर नहीं दे रहे पूछताछ की अनुमति
वसई, नालासोपारा में दोहरे हत्याकांड की गुत्थी उलझती जा रही है। पुलिस इस हत्याकांड को सुलझाने में नाकाम साबित हो रही है और राज अभी बरकरार है। पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर जनता में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। परिवार ने पुलिस पर हत्या की सटीक जानकारी नहीं देने का भी आरोप लगाया है। बुधवार दोपहर आपसी रंजिश में शिवम मिश्रा ने अपने दो दोस्तों की हत्या कर दी थी। वारदात में वह खुद भी घायल हो गया था। आरोपी शिवम मिश्रा का केईएम अस्पताल में उपचार चल रहा है। घटना में मरने वाले रौनक के बड़े पिता अरविंद तिवारी के मुताबिक पुलिस परिवार को कोई सटीक जानकारी नहीं दे रही है, जबकि परिवार ने अपना बेटा खोया है। अरविंद तिवारी ने बताया कि पान बेचकर रौनक का पालन-पोषण करते थे। रौनक उनसे ज्यादा करीब था। रौनक ने बड़ा होकर आर्मी में भर्ती होने का सपना देखा था। वह प्रतिदिन कसरत करता था, लेकिन उसका ये सपना टूट गया उसके ही दोस्त ने उसकी हत्या कर दी।
‘दोहरे हत्याकांड से मैं आहत हूं। दो बच्चों की मौत हो गई और पुलिस अभी तक हत्या की वजह भी पता नहीं कर पाई इस सिलसिले में पुलिस कमिश्नर से बात करूंगा। अगर पुलिस सटीक कार्रवाई नहीं की, तो जन आंदोलन किया जाएगा।”
- मनीष जोशी, ब्राम्हण सेना अध्यक्ष
‘पुलिस टीम दोहरे हत्याकांड की जांच में जुटी है। डॉक्टर, आरोपी शिवम मिश्रा । बात करने की इजाजत नहीं दे रहे हैं, उसकी हालत स्थित नहीं है। पुलिस टीम पल-पल की जांच कर रही है। दो-तीन दिन में हत्या के कारणों का पता चल जाएगा।’
- पूर्णिमा चौगुले श्रीगी, पुलिस उपयुक्त
शिवम को सही राह पर लाने के लिए दोस्त ने की मदद
अखिलेश कुमार सिंह के मुताबिक नमस्ते चाय की दुकान चार महीने पहले उन्होंने चालू की थी। शिवम को सही राह पर लाने के लिए उसे दुकान संभालने के लिए रखा था, जबकि वे खुद मुंबई फिल्म सिटी में काम करते थे। चाय की दुकान शुरु करने के लिए दो लाख 50 हजार रुपए खर्च किए थे। शिवम की माली हालात ठीक नहीं थे, इसलिए दुकान से वे कोई प्रॉफिट नहीं लेते थे और न ही शिवम ने उन्होंने कोई पैसे दिए। उन्होंने कहा कि दुकान में हुए खूनी खेल से हैरान और परेशान हूँ।
रौनक के मोबाइल से पैसे हुए ट्रासफर
अरविंद तिवारी ने बताया कि उनकी पान की दुकान है। उनके पास सादा मोबाइल है, लेकिन ग्राहकों की मांग पर उन्होंने रौनक के नंबर का क्यूआर कोड लगाया था, जिससे ऑनलाइन आनेवाले पैसे रौनक के खाते में जाते थे। उन्होंने बताया कि घटना के दिन रौनक ने आरोपी शिवम मिश्रा को 10 हजार रुपए ट्रांसफर किए थे, इससे पहले भी कई बार पैसे भेजे गए हैं।
आरोपी शिवम मिश्रा नशे का आदी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी शिवम मिश्रा नशे का आदी है। पुलिस ने आशंका जताई है। कि शिवम ने नशे की हालत में वारदात को अंजाम दिया है। शिवम के नशे की लत से उसके दोस्त भी परेशान थे।