१५ वर्षों से डकैती के ३ एवं मोक्का के एक मामले में वांछित आरोपी सातारा से गिरफ्तार

वसई: एमबीवीवी पुलिस आयुक्तालय अंतर्गत मध्यवर्ती अपराध जांच शाखा की कार्रवाई में लगभग १५ वर्षों से डकैती के ०३ एवं मोक्का के ०१ मामलों में वांछित आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह सफलता क्राइम डीसीपी अविनाश अंबुरे व एसीपी अमोल मांडवे के मार्गदर्शन में मध्यवर्ती अपराध जांच शाखा के पो.नि.राहुल राख की टीम ने पाई है।यह जानकारी पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को दी है। पुलिस ने बताया कि २१ अगस्त २००८ में काशिदकोपर फाटा,मांडवी,विरार या स्थान पर रेखा काशिनाथ चौधरी (४५) रहती है।

वह एक रिहायशी मकान में सो रही थी,वहीं आरोपी टेचर बंडया काले और उसके साथियों ने आपस में सांठगांठ कर हाथ में लोहे की औजार लेकर,उसने शिकायतकर्ता के बंद दरवाजे को लात मारकर घर के दरवाजे के हैंडल व दरवाजे के हैंडल को तोड़ दिया और घर में घुस गया,शिकायतकर्ता व उसके पति को लोहे की रॉड से मारापीटा,उनके शरीर पर से १७,००० रुपये कीमती सोने के जेवरात जबरदस्ती छीन कर फरार हो गए थे,इस मामले में विरार थाने में आरोपी के ऊपर कलम ३९५, ३९७, ४५२, ३४२, मोक्का एक्ट के साथ धारा ३(१)(दो), ३(२), ३(४) के तहत केस दर्ज किया गया था।

पुलिस ने बताया कि उक्त अपराध में वांछित आरोपी टेचर बंडया काले,निवासी-ललगुन,पुसेगांव, जिला सातारा,अपराध होने के बाद से सतारा नहीं मिला,वरिष्ठ ने अपराध में वांछित आरोपी की तलाश करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए मार्गदर्शन और आदेश दिए थे।पुलिस के मुताबिक,गौरतलब है कि आरोपी टेचर बंडया काले और उसके साथीआपस में सांठगांठ कर विरार पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर लूट की कुल ३ वारदातों को अंजाम देकर फरार हो गए थे।

लूट जैसे संगीन अपराध के आरोपी का अभीतक पता नहीं चल पाने के कारण पुलिस उपायुक्त (अपराध) अविनाश अंबुरे ने अपराध में मोस्ट वांटेड आरोपी को खोजन और गिरफ्तार करने की सलाह और मार्गदर्शन किया था।वरिष्ठों के निर्देश एवं मार्गदर्शन के अनुसार मध्यवर्ती अपराध शाखा को गुप्त मुखबिर के माध्यम से तथा तकनीकी विश्लेषण से प्राप्त सूचना के आधार पर उक्त आरोपी के बारे में सूचना प्राप्त हुई कि आरोपी सतारा जिले में है,तदनुसार,मध्यवर्ती अपराध शाखा के अधिकारी और कर्मचारी सतारा गए और टेचर बंडया काले,निवासी-मु.पो. ललगुन,ता.पुसेगांव,जि. सातारा से पकड़ा और विरार पुलिस के हवाले कर दिया है।

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