गूगल पर नौकरी की तलाश…. पैसे हो सकते है खत्म!
मुंबई : गूगल पर नौकरी की तलाश कर रही एक महिला के साथ ऑनलाइन ठगी होने का मामला सामने आया है। गूगल पर नौकरी खोजने के बाद, महिला को एक कॉल आया और उसे होटलों की समीक्षा करने के लिए कहा गया। महिला को समीक्षा देने का कार्य दिया गया और कार्य प्राप्त करने के लिए पैसे जमा करने के लिए कहा गया।
टास्क पाने के लिए महिला ने 10 लाख रुपए जमा किए लेकिन उसे कोई भी टास्क नहीं मिला। बांद्रा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार राजश्री शंखे (48) ने पुलिस को शिकायत दी है कि वह नौकरी ढूंढ रही थी और नौकरी पाने के लिए वह गूगल पर सर्च कर रही थी, कि वैकेंसी है या नहीं।
गूगल पर वैकेंसी सर्च करने के बाद अमोली नाम के शख्स ने उसे फोन किया और कहा कि वह टारगेट जी कंपनी के एचआर से बात कर रहा है। अमोली ने सांखे को उनकी कंपनी में शामिल होने के लिए दिए गए लिंक https://t.me/Ekta7231 पर क्लिक करने के लिए कहा। इस लिंक पर क्लिक करते ही सांखे टेलीग्राम ग्रुप में जुड़ गई।
शंखे से उसने कहा गया कि होटल का ऑनलाइन रिव्यू देने के लिए आपको 150 रुपए मिलेंगे, जिसे संखे ने स्वीकार कर लिया। शंखे को एक होटल का नाम दिया जिसका उन्होंने रिव्यू दिया और सांखे के गूगल अकाउंट में 150 रुपये जमा कर दिए गए। इसके बाद सांखे को कुछ और लिंक दिए गए जिनका उन्होंने रिव्यू किया और उनके पैसे उनके गूगल अकाउंट में जमा हो गए।
इसके बाद शंखे से कहा गया कि अगर उसे कोई बड़ा काम चाहिए तो उसे पैसे देने होंगे, जिस पर शंखे राजी हो गई।
इसके बाद शंखे को एक लिंक भेजा गया और उसमें अपनी डिटेल भरने को कहा गया, सांखे ने वहां डिटेल दी, फिर उसके नाम से अकाउंट बनाया गया और उसकी आईडी उन्हें दे दी गई।
इसके बाद सांखे ने दो हजार रुपए जमा किए, इसके बदले में उसे एक टास्क दिया गया और टास्क पूरा होते ही उसे दी गई आईडी में पैसे क्रेडिट कर दिए गए। शंखे पैसे भरती रही और टास्क मिलता रहा। शंखे टास्क पूरा करती रही और उसे दिए गए आईडी में पैसे जमा होता रहा।
शंखे की आईडी पर कुल 7 हजार रुपए जमा हुए थे, तब शंखे वह नौकरी छोड़ना चाहती थी। लेकिन उन्हें कहा गया कि यह टास्क ग्रुप है, टास्क पूरा किए बिना नहीं जा सकता, तो सांखे ने 30 हजार रुपए और भरे फिर टास्क ले लिया। 30,000 रुपये देने के बाद शंखे को बताया गया कि उसके द्वारा भेजा गया पैसा कंपनी को नहीं मिला, इसलिए दोबारा पैसे ट्रांसफर कर दो।
शंखे लगातार पैसे ट्रांसफर करती रहीं। जब उनके पास पैसे नहीं बचे तब उन्होंने अर्जेंट लोन के लिए अप्लाई किया और फिर बैंक से आये पांच लाख रुपए भी ट्रांसफर कर दिया। शंखे ने टास्क पाने के लिए 9.95 लाख रुपए ट्रांसफर किए थे, लेकिन उन्हें टास्क नहीं मिला और पैसे नहीं लौटाए गए।
तब शंखे समझ गई कि उनके साथ धोखा हुआ है। इसके बाद शंखे ने बांद्रा पुलिस को शिकायत दी। राजश्री शंखे की शिकायत पर बांद्रा पुलिस ने आईपीसी की धारा 420 और आईटी एक्ट 66(क) और 66(ड) के तहत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।