महाराष्ट्र में 800 स्कूल फर्जी… पालघर की 143 बोगस स्कूल रडार पर
मुंबई: महाराष्ट्र में 800 स्कूल फर्जी पाए गए हैं. यानी इन स्कूलों का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है. ये बिना लाइसेंस के चल रहे हैं. इनमें से 100 स्कूलों पर कार्रवाई करते हुए इन्हें स्थायी तौर पर बंद किया गया है. बाकी 700 स्कूलों पर भी जल्दी ही कार्रवाई होने का खतरा मंडरा रहा है.
राज्य के शिक्षा विभाग की जांच में यह जानकारी सामने आई है. फिलहाल महाराष्ट्र का शिक्षा विभाग इस बारे में विचार कर रहा है कि बाकी के सात सौ स्कूलों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाए.बोगस स्कूलों की सूची में स्टेट एजूकेशन बोर्ड के स्कूलों के अलावा सीबीएसई, आईसीएसई और आईबी के स्कूल भी शामिल हैं.
पालघर जिला बना फर्जी स्कूलों का अड्डा
पालघर जिले के आठ तालुकों में कुल 143 फर्जी स्कूल हैं, जिनमें से 29 स्कूल स्थायी रूप से बंद हैं, 60 स्कूलों में लेटर ऑफ इंटेंट नहीं है, 30 स्कूलों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है फिर भी अब 97 स्कूल बेधड़क चल रहे हैं। पिछले पांच साल से फर्जी स्कूलों के माध्यम से छात्रों के शैक्षणिक भविष्य से खिलवाड़ करते हुए यह देखा गया है कि इन स्कूलों के खिलाफ शिक्षा विभाग का रुख ऊपर से सख्त लेकिन अंदर से नरम बना हुआ है.
तीन अहम दस्तावेज होने जरूरी
स्कूलों की जांच में उनके नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट, स्कूल शुरू रखने के लिए संबंधित विभागों की अनुमति से जुड़े कागजात और सर्टिफिकेट्स, सरकार की ओर से जारी किए जाने वाले प्रमाणपत्र की पड़ताल की गई. शिक्षा आयुक्त ने कहा है कि इन तीनों में से अगर एक सर्टिफिकेट या डॉक्यूमेंट भी अगर गायब पाया गया तो स्कूल की मान्यता रद्द कर दी जाएगी.
जिले में स्कूल
जिले के आठ तालुकों में कुल 156 फर्जी स्कूल बने हुए हैं, 29 स्थायी रूप से बंद हैं, 30 स्कूलों पर मामला दर्ज किया गया है और 97 अब भी चल रहे हैं।
जिला परिषद स्कूल – 2131
सहायता प्राप्त विद्यालय- 185 -गैर सहायता प्राप्त – 135
आंशिक रूप से अनुदानित- 29