तालिबानी अफगानिस्तान में कहां से करते हैं कमाई…
अफगानिस्तान : अफगानिस्तान में तालिबानी शासन को आए हुए 2 साल होने के आए है. अफगानिस्तान में तालिबान ने साल 2021 को कब्जा किया था. इसके बाद से तालिबान ने अफगानिस्तान ने मन मुताबिक नियम और कानून लागू करने लगा है. वहीं अगर उनके इनकम की सोर्स के बारें में बात करें तो उनके पास कई से ऐसे साधन हैं, जिसका इस्तेमाल करके वो पैसा इकठ्ठा कर करते हैं.
ऐसा कहा जाता है कि अफगानी सत्ता को हथियाने के बाद तालिबान को पैसे की किल्लत हो गई है. लेकिन उनके पहनावे और आधुनिक हथियारों को देख कर ऐसा बिलकुल नहीं लगता कि उनको पैसे की कमी है. वो लोग साफ-सुथरे तरीके से रहते है और शानदार हेयर स्टाइल रखते है.
तालिबान जब से शासन में आए हैं, वो लोग खुद को एक सरकार के तौर पर देखते हैं. वो दूसरे देशों की तरह खुद को स्थापित करने की कोशिश में लगे हैं. वे देश के शासन को संभालने के लिए एक मिशन के तौर पर काम कर रहे हैं. उनका संगठन धन से भरा हुआ है क्योंकि हर कोई जानता है कि मोटी रकम के साथ ही किसी काम को अंजाम दे सकते हैं. फोर्ब्स ने 2016 में तालिबान को 10 ‘आतंकवादी’ संगठनों में पांचवें सबसे अमीर संगठन के तौर पर दिखाया था.
उस वक्त तालिबान की सलाना कारोबार $ 400 मिलियन था (32 अरब) था. अफगानिस्तान के तालिबान को माइनिंग से $ 464 मिलियन (3 अरब 77 करोड़), ड्रग्स से $ 416 मिलियन (34 अरब 9 करोड़), विदेशी दान से $240 मिलियन (16 अरब 67 करोड़), निर्यात से $240 मिलियन (16 अरब 67 करोड़), जबरन वसूली से $160 मिलियन (13 अरब 11 करोड़), रियल एस्टेट से $ 80 मिलियन (6 अरब 55 करोड़) हासिल होते हैं. ये सारी रिपोर्ट नाटो की तरफ से जारी की गई है.