31 मार्च से 30 अप्रैल तक पूरी मुंबई और ठाणे में 15% पानी कटौती… BMC ने क्यों लिया यह फैसला
मुंबई: ठाणे में वॉटर टनल के लीकेज के कारण करीब पांच महीने से प्रतिदिन हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा था। आखिरकार, बीएमसी ने अब उस लीकेज की मरम्मत करने का फैसला किया है। इस कारण 31 मार्च से 30 अप्रैल तक पूरे मुंबई में 15 फीसदी पानी की कटौती होगी। बीएमसी हाइड्रोलिक डिपार्टमेंट के अधिकारी के मुताबिक, मुंबई को पानी आपूर्ति करने वाली वॉटर टनल में ठाणे में बोरवेल के लिए खुदाई के दौरान लीकेज हो गया है।
इस लीकेज की मरम्मत का काम 31 मार्च से शुरू किया जाएगा, जो अगले 30 दिन तक चलेगा, इसलिए मुंबई शहर, पूर्वी उपनगर और पश्चिम उपनगर में इस दौरान 15 फीसदी पानी की कटौती रहेगी। साथ ही ठाणे शहर में भी यह कटौती लागू होगी।
बीएमसी अधिकारी ने बताया कि मुंबई शहर और उपनगरों को आपूर्ति किए जाने वाले कुल पानी का लगभग 65 फीसदी पानी भांडुप वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट से किया जाता है। इस प्लांट को 75 प्रतिशत जलापूर्ति 5,500 मिमी व्यास की 15 किमी लंबी वॉटर टनल के माध्यम से होती है।
बताया गया है कि ठाणे में बोरवेल खोदने के कारण यह वॉटर टनल क्षतिग्रस्त हो गई है। इसके कारण बड़ी मात्रा में पानी का लीकेज हो रहा है। पानी के लीकेज की मरम्मत करने के लिए पानी की सुरंग को पूरी तरह से बंद करना आवश्यक है और इस दौरान पानी को वैकल्पिक चैनलों के माध्यम से भांडुप वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाया जाएगा।
मुंबई में मुलुंड ऑक्ट्रोई चेकपोस्ट के पास सोमवार दोपहर एक जल पुलिया के निर्माण के दौरान एक प्रमुख जल मुख्य पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई और फट गई। इससे पानी आपूर्ति करने वाली 2,345 मिमी मुंबई-2 मेनलाइन प्रभावित हो गई। लाखों लीटर कीमती पेयजल वहां से बहकर गटर में बह गया, जिससे आसपास के कुछ निचले इलाकों में बाढ़ आ गई।
जिसके बाद बीएमसी ने 29 मार्च तक शहर के लगभग आधे हिस्से में 15 प्रतिशत पानी की कटौती करने का ऐलान किया था। जिसमें दक्षिण मुंबई के अधिकांश हिस्से और पूर्वी उपनगर शामिल हैं।