बाल विवाह का विरोध करने का अनूठा प्रण…

पालघर : पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटील ने अपनी बैठकों के माध्यम से ग्रामीणों से अपील की है कि वे अपने क्षेत्रों में बाल विवाह को रोकें। इसके बाद कई ग्राम पंचायतों और सामाजिक संगठनों ने बाल विवाह पर रोक लगाने का बीड़ा उठाया है।
बाल विवाह की प्रथा सभ्य समाज के लिए एक कलंक की तरह है। बच्चों का बचपन छीनने वाली इस प्रथा को रोकने के लिए पालघरवासियों ने बाल विवाह का विरोध करने का अनूठा प्रण लिया है। बता दें कि पालघर के आदिवासी इलाकों में बाल विवाह एक बहुत बड़ी समस्या है।

बाल-विवाह की वजह से महिलाओं में अक्सर कम उम्र में गर्भधारण, समय से पहले प्रसव और अन्य समस्याएं होती हैं। ये नाबालिग मांओं के स्वास्थ्य के लिए बेहद घातक होता है इसलिए इसे रोकने के लिए पालघर के ग्रामीणों ने कमर कस ली है। यहां के कई गांवों ने बाल विवाह को रोकने के प्रयास में नई पहल शुरू की है।

विक्रमगढ़ में खुदेड (बिलाल पाड़ा) और विजय नगर के ग्रामीणों सहित कई गांवों के लोगों ने इस अवैध प्रथा में शामिल परिवारों का बहिष्कार करने का पैâसला किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि इस कुप्रथा के खिलाफ पालघर पुलिस ने ‘जन संवाद अभियान’ की पहल की थी। इसके बाद जिले के वाडा और विक्रमगढ़ तालुका के कई गांवों ने अब बाल विवाह करने वाले परिवारों का बहिष्कार करने का पैâसला किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.