पालघर जिले में वायरल फीवर के मरीजों की अस्पतालों में लगी भीड़
पालघर : पालघर जिले में लगातार तापमान के उतार चढ़ाव के कारण इन दिनों वायरल बुखार ने हा-हाकार मचा रखा है। हर दूसरे तीसरे घर से कोई न कोई बदलते मौसम से बीमार है। लोग बुखार, गले में खराश, खांसी, जुकाम, बदन दर्द, जोड़ो में दर्द आदि से ग्रस्त हैं। खासकर छोटे बच्चे वायरल से ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। सबसे ज्यादा मरीज मेडिसिन और बाल रोग की ओपीडी में आ रहे हैं। मरीजों खासकर बच्चों और बुजुर्गों को ठीक होने में काफी समय लग रहा है।
दवाएं लेने के बावजूद लक्षण कम होने में समय लग रहा है। शहर से लेकर गांव तक वायरल ने अपने पांव पसार लिए हैं, जिससे सरकारी अस्पतालों और प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। बहुत सारे मरीज ऐसे आ रहे हैं जिनकी स्थिति चलने लायक नहीं है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और उप जिला जिला और ग्रामीण अस्पताल समेत अन्य प्राइवेट अस्पतालों में रोजाना मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
अधिकांश मरीज खांसी, जुकाम और बुखार से पीड़ित पहुंच रहे हैं। जिले के 46 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की ओपीडी में 2000 से ज्यादा मरीजों का पंजीकरण किया जा रहा है। इसी तरह जिले के 9 ग्रामीण अस्पताल और 3 उप जिला अस्पतालों सहित बड़ी संख्या में मौजूद प्राइवेट अस्पतालों में लगातार वायरल से प्रभावित लोग आ रहे हैं। पालघर, डहाणू, वसई, विरार, नालासोपारा, बोईसर, वानगांव, सफाले, वाड़ा, जव्हार, विक्रमगढ़, मोखाड़ा सहित जिले भर से हजारों लोग डॉक्टर के पास पहुंच रहे हैं। डॉक्टर महेश मेवाड़ा ने बताया कि मौसम में आ रहे बदलाव से वायरल खांसी-जुकाम के मरीज बढ़ रहे हैं।
अस्पताल में जांच कराने के लिए आने वाले अधिकांश मरीज बुखार से पीड़ित हैं | ऐसे मौसम में खानपान और रहन-सहन के मामले में खास ध्यान देने की जरूरत है। छोटे बच्चों के गीले कपड़े समय पर बदलते रहें जिससे बच्चों को सर्दी, जुकाम, खांसी से बचाया जा सके | पालघर में वायरल फीवर में उछाल के बीच लोग बिना डॉक्टर की सलाह के एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल कर रहे हैं।