विधायक जितेंद्र आव्हाड बनाम महेश आहेर केस में अंडरवर्ल्ड की एंट्री…
ठाणे: महाराष्ट्र के राजनीतिक संघर्ष के बीच अंडरवर्ल्ड की एंट्री से माहौल गरमा गया है। मनपा अतिक्रमण विभाग के सहायक आयुक्त महेश आहेर पर हुए हमले को इसी की एक कड़ी बताया जा रहा है। जानकारों का कहना है कि इस घटना के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और राज्य के पूर्व मंत्री विधायक जितेंद्र आव्हाड के बीच जारी राजनीतिक संघर्ष और बढ़ सकता है।
दूसरी तरफ, महेश आहेर पर हुए हमले के आरोप में चार एनसीपी पदाधिकारियों अभिजीत पवार, हेमंत वाणी, विक्रम खामकर और विशाल गायकवाड़ को गिरफ्तार करके पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। ठाणे कोर्ट ने उन्हें एक दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है। विधायक जितेंद्र आव्हाड सहित अन्य नामजदों की पुलिस तलाश कर रही है। आव्हाड गुरुवार को अंडरग्राउंड रहे।
आव्हाड की पत्नी और ठाणे-पालघर एनसीपी महिला आघाडी अध्यक्ष ऋतुजा आव्हाड ने अपनी बेटी और उसके घर वालों को महेश आहेर की धमकी को लेकर अप्रत्यक्ष रूप से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर हमला बोला। मीडिया से बात करते ऋतुजा ने कहा कि राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद से आव्हाड को लगातार निशाना बनाया जा रहा है।
आहेर की शिकायत पर नौपाडा पुलिस ने जितेंद्र आव्हाड सहित कुल 7 लोगो के ख़िलाफ आईपीसी की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। जख्मी आहेर को एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया गया। डॉक्टरों के अनुसार, उनकी स्थिति में काफी सुधार हुआ है।
बुधवार की शाम महेश आहेर ड्यूटी खत्म कर घर जाने के लिए निकले थे। उसी वक़्त मनपा मुख्यालय के गेट पर एनसीपी के लोगो ने उन पर हमला बोला। आहेर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि आव्हाड के विधानसभा क्षेत्र में अवैध निर्माण तोड़ने और उनकी बात नहीं सुनने के कारण आव्हाड उनसे नाराज थे, इसीलिए उन पर जानलेवा हमला किया गया। उनका कहना है कि हमलावर उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे थे।
विधायक जितेंद्र आव्हाड और उनके परिवार को मारने को लेकर तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर बाबाजी उर्फ सुभाष सिंह ठाकुर की मदद से शूटरों की तैनाती के बारे में बातचीत का एक ऑडियो टेप बुधवार सुबह वायरल हुआ था। टेप में धमकी देने वाला असिस्टेंट कमिश्नर महेश आहेर बताया जा रहा था। इसी ऑडियो के वायरल होने के बाद बुधवार की शाम आहेर पर हमला हुआ। पुलिस ऑडियो की जांच कर रही है।
पूर्व महापौर शिंदे गुट के प्रवक्ता नरेश म्हस्के ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के अस्पताल में आहेर से मिलने की बात से इनकार किया है। म्हस्के ने एनबीटी से बातचीत में बताया कि सोशल मीडिया पर सीएम एकनाथ शिंदे के आहेर से अस्पताल में मुलाकात की बात आई थी, जो एकदम झूठी है।
म्हस्के ने बताया की जहां आहेर भर्ती हैं, वहीं शिंदे गुट के एक पदाधिकारी भी भर्ती हैं। शिंदे देर रात अस्पताल में उसी का हाल जानने गए थे, आहेर से मिलने नहीं। म्हस्के ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री शिंदे ने बुधवार की शाम को ठाणे पुलिस आयुक्त से बात करके जितेंद्र आव्हाड और उनके परिवार की सुरक्षा कराने का आदेश दिया।
ठाणे मनपा अधिकारियों और कर्मचारियों ने महेश आहेर पर हुए हमले को लेकर गुरुवार को अपने बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने इस बारे में आयुक्त अभिजीत बांगर को एक लिखित निवेदन भी दिया।