दिल्ली में छात्रों की भीड़ ने गर्भवती कुतिया से की ‘दरिंदगी’, पीट-पीटकर मारा; वीडियो वायरल

प्रताड़ित करने वाले वीडियो में छात्रों के एक पूरे ग्रुप को संस्थान के परिसर में एक टिन शेड के अंदर डरे हुए कुत्ते को घेरते हुए दिखाया गया है, जिसमें एक छात्र अपने हाथ में एक रॉड के साथ प्रवेश करता है।

दिल्ली में छात्रों की भीड़ ने गर्भवती कुतिया से की 'दरिंदगी', पीट-पीटकर मारा; वीडियो वायरल

दक्षिण पूर्वी दिल्ली में डॉन बॉस्को टेक्निकल इंस्टीट्यूट के करीब 25 छात्रों और स्टाफ सदस्यों ने कथित तौर पर एक गर्भवती आवारा कुतिया को बेरहमी से प्रताड़ित करने के बाद पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि पार्क में हुई नृशंस हत्या का वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है।

शिकायत के अनुसार, संस्थान में पढ़ने वाले दो भाई भी कथित तौर पर वरिष्ठ कर्मचारियों के निर्देश पर वहां मौजूद थे। उन्होंने कहा कि प्रताड़ित करने वाले वीडियो में छात्रों के एक पूरे ग्रुप को संस्थान के परिसर में एक टिन शेड के अंदर डरे हुए कुत्ते को घेरते हुए दिखाया गया है, जिसमें एक छात्र अपने हाथ में एक रॉड के साथ प्रवेश करता है, और बाकी छात्र उसे बाहर से उकसाते हैं।

कुतिया की यातना और हत्या के भयानक दृश्य वाला 15 मिनट लंबा वीडियो शनिवार को सोशल मीडिया में वायरल हो गया। इसके बाद कई कार्यकर्ताओं और पशु प्रेमियों आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। सभी संदिग्ध आरोपी ओखला स्थित संस्थान के छात्र थे। बाद में, भीड़ में शामिल एक युवक को कुत्ते को उस रास्ते से घसीटते हुए देखा जा सकता है जो कॉलेज परिसर का बताया जा रहा है।

बता दें कि, कुछ दिन पहले इस तरह के भयानक कृत्य वाला का एक वीडियो गाजियाबाद से भी सामने आया था, जिसमें तीन लोगों को एक कुत्ते को अजीब तरीके से लटकाकर मारते हुए दिखाया गया था। शिकायत के बाद पुलिस ने इस घटना के आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया था।

पीएफए ​​के ट्रस्टी अंबिका शुक्ला ने कहा कि युवा छात्रों द्वारा इस तरह की क्रूरता को देखना भयानक है, जो एक गर्भवती कुतिया को पीट-पीटकर मारते और हंसते हुए देखे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक अध्ययनों से पता चला है कि जानवरों के खिलाफ क्रूरता खतरनाक है क्योंकि यह महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा में बदल जाती है।

शुक्ला ने कहा कि ऐसे पर्याप्त अध्ययन हैं जो पशु दुर्व्यवहार और घरेलू हिंसा और बाल शोषण के बीच ओवरलैप दिखाते हैं। आज पशु से दुर्व्यवहार करने वाले कल के सीरियल किलर हैं, इसलिए समाज के लिए पशु दुर्व्यवहार के हर मामले पर गंभीरता से ध्यान देना बहुत महत्वपूर्ण है। 

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