3-4 हफ्तों में देश भर में फैल सकता है कोरोना का नया वैरिएंट? ये हैं इसके लक्षण और बचने का तरीका

Omicron BF.7 in India: कोविड -19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट के नए सब-वैरिएंट की एंट्री हो चुकी है और एक्सपर्ट ने इसको लेकर चेतावनी दी है. यह नया वैरिएंट कौन सा है और इसके लक्षण क्या हैं? त्योहार के सीजन में क्या सावधानी रखें? इस बारे में आर्टिकल में जानेंगे.

सांकेतिक फोटो (Image credit: Getty images)

Omicron’s new sub-variant in India: त्योहारों से पहले भारत में कोरोना वायरस के मामलों ने एक बार फिर तेजी पकड़ ली है. कोविड के बढ़ रहे मामलों को थामने के लिए महाराष्ट्र, केरल जैसे राज्यों ने एडवाइजरी भी जारी कर दी है. वहीं देश की राजधानी दिल्ली में भी पिछले कुछ दिनों के अंदर कोरोना के मामलों में उछाल देखने को मिला है. राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में शुक्रवार 16 अक्टूबर को 1.59 पॉजिटिविटी रेट के साथ कोरोना के 115  नए मामले सामने आए थे और शनिवार को 2.12 पॉजिटिविटी रेट के साथ कोरोना के 135 नए मामले सामने आए थे. वर्तमान में दिल्ली में अभी 429 कोविड केस एक्टिव हैं, जिनमें 329 मरीज होम आइसोलेशन में हैं.

हालिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कोविड-19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट के नए सब-वैरिएंट की भी इंडिया में पहचान हो चुकी है. ओमिक्रॉन के नए सब-वैरिएंट का नाम BA.5.1.7 है. एक्सपर्ट ने चेतावनी दी है कि यह नया वैरिएंट अन्य वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैल रहा है और अगर लापरवाही बरती गई तो कोविड संक्रमण के मामले बढ़ने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता है. 

भारत में BF.7 सब-वैरिएंट के पहले मामले के बारे में गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर ने पता लगाया. चीन में कोरोना के मामले बढ़ने का कारण यही वैरिएंट है. चीन में कोविड -19 मामलों में आई तेजी का कारण BF.7 और BA.5.1.7 वैरिएंट ही बताया गया था. अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और बेल्जियम में भी इस नए वैरिएंट के मामले सामने आ चुके हैं.

नया सब-वैरिएंट फुल वैक्सीनेट और अच्छी इम्यूनिटी वाले लोगों को भी चपेट में ले सकता है. सबसे बड़ा त्योहार दिवाली आ ही गया है और मार्केट में चारों तरफ भीड़-भाड़ का माहौल है. दूसरी तरफ, सर्दी के मौसम की वजह से भी वायरस और तेजी से फैल सकता है. ऐसे में विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि किसी को भी मास्क लगाना नहीं छोड़ना चाहिए. इसके साथ ही लक्षण नजर आने पर तुरंत खुद को अलग कर लेना चाहिए.

नए वैरिएंट के लक्षण क्या हैं, इस बारे में जानना भी जरूरी है ताकि समय रहते सावधानी बरती जा सके.

क्या है नए सब-वैरिएंट के लक्षण

राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार ग्रुप वैक्सीनेशन (NTAGI) के चेयरमैन डॉ. एन.के.अरोड़ा (Dr N.K. Arora) के मुताबिक, इस वैरिएंट के लक्षण भी अन्य कोविड-19 वैरिएंट की तरह ही नजर आएंगे लेकिन अगर इस नए वैरिएंट की बात करें तो बदन दर्द इसका मुख्य लक्षण है. अगर किसी को लंबे समय से शरीर में दर्द हो रहा है तो उसे कोविड टेस्ट कराने की जरूरत होगी. इसके अलावा, गले में खराश, थकान, कफ और बहती नाक भी इस सब वैरिएंट के लक्षण हो सकते हैं.

रोटरी क्लब ऑफ मद्रास नेक्स्टजेन में कोरोनाविरोलॉजिस्ट और कोविड अवेयरनेस एक्सपर्ट डॉ. पवित्रा वेंकटगोपालन (Dr Pavithra Venkatagopalan) के मुताबिक, “अभी इतना डेटा उपलब्ध नहीं है कि इस सब-वैरिएंट के लक्षणों के बारे में बताया जा सके. अधिकांश लोगों की टेस्टिंग जीनोम सीक्वेंसिंग के माध्यम से टेस्टिंग नहीं हुई है इसलिए अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता. लेकिन हम इसके लक्षणों पर नजर रखे हुए हैं.”

डॉ वेंकटगोपालन आगे कहते हैं, “कोरोना के मामले भीड़-भाड़ के कारण बढ़ सकते हैं क्योंकि वायरस को रोकने के लिए हम सावधानी नहीं बरत रहे हैं. ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और ना ही मास्क लगा रहे हैं. अधिकांश लोगों में इस वैरिएंट के लक्षण सामान्य सर्दी से शुरू हो सकते हैं.”

3-4 हफ्ते में भारत की आबादी में फैल सकता है ये वैरिएंट

डॉ. अरोड़ा का कहना है, “अगर लापरवाही बरती गई तो भारत में कोविड-19 की अगली लहर आने को नकारा नहीं जा सकता. दिवाली को देखते हुए त्योहार का सीजन पूरे जोर पर है और बाजारों में लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हो रहे हैं. ऐसे ही अगर चलता रहा तो अगले 3-4 हफ्तों में यह वायरस और ज्यादा तेजी के साथ फैल सकता है. मौसम ठंडा हो रहा है और फ्लू भी फैल रहा है तो हो सकता है लोग कोविड के लक्षणों को गले में खराश और नाक बहने जैसा सामान्य मामला समझ लेंगे. अगर कोई सामान्य लक्षण समझता रहा तो सोचिए वह कितने लोगों में वायरस फैला चुका होगा.” 

दीपावली से पहले रखें ये सावधानियां
एक्सपर्ट का कहना है कि इस नए सब-वैरिएंट से घबराने की नहीं बल्कि सावधान रहने की जरूरत है. इससे बचे रहने के लिए मास्क लगाएं, भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें. साबुन और पानी से अच्छी तरह से हाथ धोएं, सोशल डिस्टेंसिंग रखें. इन सामान्य प्रैक्टिस से भी इस वायरस से बचा जा सकता है. 

Leave a Reply

Your email address will not be published.