दिवाली से पहले शुक्र ग्रह तुला राशि में जा रहे हैं। शुक्र के तुला राशि में जानें से जहां एक और कई राशियों पर दिवाली से पहले ही लक्ष्मी जी मेहरबान होंगी, वहीं कुछ राशि के लिए यह परविर्तन थोड़ा संकट भरा
दिवाली से पहले शुक्र ग्रह तुला राशि में जा रहे हैं। शुक्र के तुला राशि में जानें से जहां एक और कई राशियों पर दिवाली से पहले ही लक्ष्मी जी मेहरबान होंगी, वहीं कुछ राशि के लिए यह परविर्तन थोड़ा संकट भरा होगा। शुक्र देव 18 अक्टूबर को राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। इस दिन शुक्र देव तुला राशि में प्रवेश कर जाएंगे। ग्रहों के राशि परिवर्तन का सभी राशियों पर प्रभाव पड़ता है।
सिंह :- पराक्रमेष एवं राज्येश होकर पराक्रम भाव में। सामाजिक पद प्रतिष्ठा में प्रगति ,प्रोमोशन भाग्य का साथ प्राप्त होगा पॉलिटिक्स से जुड़े व्यक्तियों को लाभ भाई ,बहनो मित्रों का सहयोग सानिध्य प्राप्त होगा परिश्रम का लाभ बढ़िया मिलेगा नौकरी, रोजगार के लिए प्रयासरत लोगो को लाभ आंतरिक डर की भी स्थिति उत्पन्न हो सकता उपाय :- माता दुर्गा की पूजा उपासना श्रेष्ठ फल प्रदायक होगा।
कन्या :- धनेश एवं भाग्येश होकर धन भाव में। धनागम होगा अचानक धन लाभ के योग परिवार में खुशियां बढ़ेंगी। वाणी से लाभ भाग्य का साथ प्राप्त होगा जीवनसाथी एवं प्रेम संबंधों में मधुरता बढ़ेगी रोजगार ,व्यापार के विस्तार की संभावना कलाकार है तो प्रगति ठीक पेशाब संबंधित ,इंफेक्शन आदि की समस्या उपाय :- वाणी की तीव्रता में कमी करते हुए मूल कुंडली के अनुसार हीरा या ओपल रत्न धारण करें।
तुला :- लग्नेश एवं अष्टमेश होकर लग्न भाव में। पंचमहापुरुष योग करेगा जीवन के आनंद में वृद्धि स्वास्थ्य में सुधार। भोग विलासिता पर खर्च बढ़ेगा मनोबल में वृद्धि। वर्चस्व में वृद्धि होगा। जीवन साथी का सहयोग प्राप्त होगा प्रेम संबंधों में सुधार। विवाह योग्य की प्रगति खानपान का ध्यान अवश्य दें। पेट की समस्या कला क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए समय अनुकूल उपाय :- मूल कुंडली के अनुसार ओपल या हीरा रत्न धारण करें।
वृश्चिक :- सप्तमेश- व्ययेश होकर व्यय भाव में। भोग विलास में वृद्धि होगा आय एवं लाभ में वृद्धि । व्यापार में वृद्धि अचानक बड़ी यात्रा हो सकता है जो लाभ दायक आंतरिक रोग ,आंतरिक शत्रु तनाव दे सकते है। जीवनसाथी का सहयोग सानिध्य एवं लाभ प्रेम संबंधों में विस्तार या नए प्रेम संबंध बन सकते उत्साह में वृद्धि संभव उपाय :- माता दुर्गा अथवा माता लक्ष्मी की उपासना करते रहे।
धनु :- रोग एवं लाभ के कारक लाभ भाव में। आय के साधनों में वृद्धि होगा परिश्रम एवं कार्यो का पूर्ण लाभ सम्भव सुख एवं सुख के संसाधनों में वृद्धि पढ़ाई ,अध्ययन अध्यापन से जुड़े लोगों को लाभ कार्य स्थल पर कार्य क्षमता बढ़ेगी लक्ष्य प्राप्ति रोग,ऋण, शत्रु कमजोर पड़ेंगे यानी विजय होगी उपाय :- गायों की सेवा करें ।महिलाओं का सम्मान करें।
मकर :- पंचम एवं राज्य के कारक राज्य भाव में। *कार्यो में प्रगति, सम्पति का लाभ *संतान पक्ष से लाभ या संतान को लाभ *पढ़ाई डिग्री,अध्ययन अध्यापन में प्रगति *कम परिश्रम के बाद भी बड़ी सफलता *पिता या उच्चाधिकारी का सहयोग सानिध्य, *गृह एवं वाहन सुख में प्रगति होगा *कलात्मकता में वृद्धि, माता का सहयोग सानिध्य उपाय :- मूल कुंडली के अनुसार ओपल या हीरा रत्न धारण करें।
कुम्भ :- सुखेश एवं भाग्येश होकर भाग्य भाव में। *धनागम में वृद्धि, सम्मान में *परिवार में नया कार्य ,सकारात्मक वृद्धि *संपत्ति का लाभ प्राप्त होगा *माता के स्वास्थ्य में वृद्धि। *गृह एवं वाहन सुखों में वृद्धि।जीवनसाथी का साथ *आन्तरिक डर की स्थिति बनेगी *भाग्य का साथ प्राप्त होगा उपाय :- मूल कुंडली की स्थिति के अनुसार हीरा या ओपल रत्न धारण करें।
मीन :- पराक्रम एवं अष्टमेश होकर अष्टम भाव में। *व्यापार रोजगार में तनाव के साथ प्रगति *मानसिक तनाव बढ़ सकता है। *भाई बंधुओ मित्रो से तनाव या कष्ट * स्वास्थ्य को लेकर चिंता। इनर इंफेक्शन *पारिवारिक तनाव परेशान कर सकता है *फैशन पर ख़र्च बढ़ेगा *एलर्जी की समस्या से झल्लाहट बढ़ेगी उपाय :- माता लक्ष्मी एवं माता दुर्गा की पूजा उपासना करते रहें।
Horoscope Rashifal 18 October 2022 : वैदिक ज्योतिष शास्त्र में कुल 12 राशियों का वर्णन किया गया है। हर राशि का स्वामी ग्रह होता है। ग्रह-नक्षत्रों की चाल से राशिफल का आकंलन किया जाता है। 18 अक्टूबर 2022