वाहे गुरु जी का खालसा वाहे गुरु जी की फतेह गुरुनानक जयंती पर्व पर भव्य समारोह का आयोजन

ठाणे।तन-तन से गुरुनानक देवजी के प्रकाशपर्व के शुभ अवसर पर पूरी संगत को लख लख बधाई। गुरुद्वारा श्री गुरुनानक दरबार डोंगरिपाड़ा, घोड़बन्दर पर बहुत ही श्रद्धा और प्यार के साथ पिछले काफी दिनों से प्रभातफेरी की शुरुआत हुई है।उसके साथ ही गुरुद्वारा के अंदर अखंड पाठ साहब रखा गया है और छोटे बच्चे बड़े बुजुर्गों और सभी समाज के लोगो ने इस पावन पर्व पर कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया।गुरुनानक देव जी का हम सिख समुदाय के लिए यह उद्देश्य है कीर्त करो नाम जपो कीर्त का मतलब है कि हर मनुष्य अपना काम किया है और अपने कमाई का दसवां हिस्सा गुरुद्वारा के दान पेटी में डाल दें ताकि वह राशी असहाय व गरीबों के मद,शिक्षा,स्वास्थ्य, लंगर आदि जैसे नेक काम में उपयोग किया जा सके।

यही गुरुनानक देव जी का आदेश हर सिख समुदाय के लिए था।आज गुरुदेव के प्रकाश पर्व पर सभी समाज के लोगों के साथ ही स्थानिक लोक प्रतिनिधि दरबार में आकर मत्था टेका और गुरुदेव का आशीर्वाद लिया।इस पर्व पर सभी समाज व सभी धर्मों के लोगों ने एकजुट होकर कंधे से कंधा मिलाकर शामिल रहें।साथ ही बड़ी संख्या में इस शुभ अवसर पर सभी समाज के लोगों ने गुरुनानक देव दरबार में मत्था टेका और लंगर का लाभ लिया।इस अवसर पर ट्रस्ट की अध्यक्षा माताजी देवेंद्र कौर खालसा,जगविंदर सिंह जसल,परमपाल सिंह,प्रवीण कौर,प्रीतम सिंह, कृपाल सिंह व साद संगत के अथक परिश्रम से यह कार्यक्रम सफल हुआ।

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