बूस्टर डोज के बारे में सरकार जल्द ले सकती है निर्णय
कोरोना वायरस (coronavirus) के खिलाफ दो डोज लगने के बाद बूस्टर डोज (booster dose) देने की चर्चा की जा रही है। इस बाबत एक विशेषज्ञ समिति नियुक्त की गई है। इसके अलावा अगले हफ्ते होने वाली अहम बैठक में इस संबंध में नीति पर फैसला लिया जाएगा।
बताया जा रहा है कि, तीसरी खुराक बूस्टर डोज न होकर वैक्सीन की एक अतिरिक्त खुराक के रूप में दी जा सकती है।
यही नहीं यह तीसरी खुराक कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को दी जा सकती है।
बूस्टर डोज उन्हें दी जाती है जिनका इम्यून सिस्टम अच्छा होता है। दो डोज के बाद कुछ महीनों के अंतराल पर बूस्टर खुराक दी जाती है।
इसके अलावा उन्हें भी यह बूस्टर डोज दी जा सकती है जिन लोगों का इम्यून सिस्टम बीमारी के कारण कमजोर हो जाता है।
चर्चा इस बात की भी है कि, जो लोग वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी कोरोना से सुरक्षित नहीं हैं उन्हें भी अतिरिक्त डोज दी जाएगी। शुरुआत में बूस्टर डोज देने के मामले में थोड़ी देर से देने की संभावना जताई जा रही है।
पिछले अक्टूबर में, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सिफारिश की थी कि, कम प्रतिरक्षा वाले लोगों को दो खुराक के अलावा एक अतिरिक्त खुराक दी जानी चाहिए। जिसके बाद, ऐसी अतिरिक्त खुराक भारत में भी दिए जाने की संभावना जताई जा रही है।
अगर वैक्सीनेशन (vaccination) की बात करें तो देश में पहली बार दोनों खुराक लेने वाले नागरिकों की संख्या एक खुराक लेने वालों से ज्यादा हो गई है। इस समय देश में 38 करोड़ से अधिक नागरिकों का टीकाकरण किया जा चुका है। जिसमें एक खुराक लेने वालों की संख्या 37.5 करोड़ है। देश में अब तक 115 करोड़ से ज्यादा डोज दी जा चुकी हैं।