“टीकाकरण नहीं, वेतन नहीं”: ठाणे नगर निगम अपने कर्मचारियों को बताता है
ठाणे नगर निगम (टीएमसी) ने कहा है कि उसके जिन कर्मचारियों ने सीओवीडी-19 वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली है, उन्हें उनका वेतन नहीं दिया जाएगा।
सोमवार 8 नवंबर को कमिश्नर डॉ विपिन शर्मा और ठाणे के मेयर नरेश म्हाेड़े समेत टीएमसी के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में यह फैसला लिया गया।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि जिन कर्मचारियों ने निर्धारित अवधि में अपनी दूसरी वैक्सीन की खुराक नहीं ली है, उन्हें भी उनका वेतन नहीं मिलेगा। टीएमसी ने सभी नागरिक कर्मचारियों के लिए अपने-अपने कार्यालयों में टीकाकरण प्रमाण पत्र जमा करना अनिवार्य कर दिया है।
बैठक के बाद म्हास्के ने संवाददाताओं से कहा कि यह महीने के अंत तक शहर में १०० प्रतिशत प्रतिरक्षण के लक्ष्य को हासिल करने के प्रयास का हिस्सा था । उन्होंने कहा, इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए मंगलवार से मुंबई से सटे शहर में व्यापक टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है।
महापौर ने लक्ष्य प्राप्ति के लिए नागरिकों से सहयोग मांगा और टीकाकरण की अपील की। जिन्होंने पहली खुराक ली, उन्हें दूसरी खुराक लेनी चाहिए। टीएमसी ने ‘ ऑन व्हील ‘ टीकाकरण सुविधाओं और जंबो टीकाकरण केंद्रों सहित विभिन्न टीकाकरण केंद्र प्रदान किएहैं ।
‘हर घर दास्ताक’ कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा (मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता) कर्मचारी और नर्स घर-घर जाकर उन लोगों का ब्यौरा एकत्र करेंगे, जिन्हें टीका नहीं लगाया गया है। इसके लिए कुल 167 टीमें बनाई गई हैं।
जो लोग अपने मरीजों के साथ कालवा स्थित नागरिक संचालित छत्रपति शिवाजी महाराज सामान्य अस्पताल में जाते हैं, उन्हें पूर्ण टीकाकरण का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होता है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि जिन लोगों को अभी तक टीका नहीं लगाया गया है, उन्हें खुराक दी जाएगी ।