महाराष्ट्र में मिला कोरोना वायरस का नया म्यूटेंट AY.4.2, सावधान रहने की जरूरत
देश के अधिकांश हिस्सों में कोरोना की दूसरी लहर भले ही कमजोर हो गई है लेकिन इस दौरान कोरोना वायरस (coronavirus) के नए म्यूटेंट ने दस्तक देेकर सभी को चिंतित कर दिया है।नेशनल सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल (NCDC) के एक नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारत में अब तक COVID-19 के इस नए संस्करण AY.4.2 के लगभग 17 मामले सामने आए हैं।
हालांकि कोविड टास्क फोर्स के सदस्यों का कहना है कि यह वायरस वैसे तो घातक नहीं है, लेकिन प्रभावी जरूर है। राहत वाली बात यह है कि इसके एक भी मामले अभी तक मुंबई में नहीं मिले हैं, लेकिन ऐहतियात बरती जा रही है।
इस वायरस ने यूरोप में काफी दहशत मचा रखी है। लेकिन भारत में यह बहुत कम संख्या में मौजूद है। यह महाराष्ट्र सहित भारत के छह राज्यों आंध्र प्रदेश में सात, केरल में चार, तेलंगाना और कर्नाटक में दो-दो और महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर में एक-एक मामले दर्ज किए गए हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, फरवरी में दूसरी लहर को बढ़ाने में इसी कोरोना का डेल्टा वैरियंट काफी कारगर रहा। नया म्यूटेंट AY.4.2 इसी डेल्टा का हिस्सा है।
राज्य सरकार की हाल ही में कोविड टास्क फोर्स के सदस्यों के साथ हुई बैठक में इस नए म्यूटेंट पर चर्चा भी हुई है।
वर्तमान में राज्य सरकार ने कई प्रतिबंधों में छूट दी है जिससे मुंबई के बाजारों, सार्वजनिक स्थलों आदि जगहों पर भीड़ दिखनी शुरू हो गई है। दीवाली के परिप्रेक्ष्य में खरीददारी के लिए दुकानों पर लोगों की भीड़ भी उमड़ने लगी है, ऐसे में यह नया म्यूटेंट तीसरी लहर के लिए कारगर साबित न हो इसको लेकर अभी से ही सतर्कता बरतने के सुझाव कोविड टास्क फोर्स के सदस्यों ने राज्य सरकार को दिए है।
रिपोर्ट के मुताबिक कोविड टास्क फोर्स का कहना है कि, भारत मे इस नए म्यूटेंट के मामले भलेे ही कम हैं, इसलिए इसे घातक कहना ठीक नहीं होगा, लेकिन डेल्टा के मुकाबले काफी प्रभावी है। इसीलिए सतर्कता जरूरी है। मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग से हम इस नए म्यूटेंट से खुद को सुरक्षित रख सकेंगे।