आतंकी अलर्ट को लेकर मुंबई लोकल अलर्ट पर!
चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि आतंकी मुंबई लोकल (Mumba local train) में आतंकी काम को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। कहा जा है कि इसके लिए ‘आउटसोर्सिंग’ के तरीके का इस्तेमाल किया गया था। महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधी दस्ते की जांच में यह जानकारी सामने आई है।
आरोपियों को मोहल्ले में कांड की साजिश को अंजाम देने के लिए बजट दिया गया था। इनमें से जदातर लोग एक-दूसरे को नहीं जानते थे। पिछले हफ्ते एटीएस (ATS) ने जाकिर शेख को जोगेश्वरी से और रिजवान मोमिन को मुंब्रा से गिरफ्तार किया था। ज़ाकिर शेख, नौवीं कक्षा में ड्रॉपआउट, एक टैक्सी ड्राइवर है, जबकि मोमिन एक ट्यूशन शिक्षक है।
एटीएस ने 17 सितंबर को जाकिर शेख और उसके कथित विदेशी साथी एंथनी उर्फ अनीस उर्फ अनवर उर्फ अन्नू के खिलाफ आतंकवाद की साजिश रचने के आरोप में यूएपीए कानून की धारा 18 के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। महाराष्ट्र एटीएस प्रमुख विनीत अग्रवाल ने कहा कि मुंबई में गिरफ्तार किए गए लोग एंथनी के संपर्क में थे, जिन्हें अन्य स्रोतों से निर्देश मिले थे।
खुफिया विभाग ने चेतावनी दी है कि आतंकवादी गैस सिलेंडर की मदद से मुंबई लोकल पर हमला करने की योजना बना रहे हैं। इसलिए मुंबई के लोकल स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
मालूम हो कि खुफिया विभाग ने रेलवे पुलिस को इस तरह की जानकारी दी थी। इस चेतावनी के बाद रेलवे पुलिस ने स्टेशन पर सुरक्षा कड़ी कर दी है. हर चीज की जांच की जा रही है। कुछ महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों पर मुख्य प्रवेश और निकास मार्गों को छोड़कर सभी सड़कें बंद हैं।
शेख ही नहीं मोमिन भी एंथनी के संपर्क में थे। शेख ने मोमिन को नष्ट करने के लिए अपना फोन दिया था क्योंकि उसे लगा था कि पुलिस उसके पास पहुंच सकती है। उसने उसे तोड़ दिया और अपने घर के पास नाले में फेंक दिया। एटीएस वर्तमान में साइबर फोरेंसिक रिपोर्ट और टूटे हुए फोन से डेटा रिकवरी का इंतजार कर रही है ताकि अधिक विवरण प्राप्त किया जा सके।
इस बीच समीर कालिया उर्फ जान मोहम्मद शेख को कुछ दिन पहले धारावी से गिरफ्तार किया गया था। उस वक्त खुलासा हुआ था कि वह 20 साल से दाऊद गैंग से जुड़ा था। एटीएस प्रमुख ने प्रेस वार्ता करते हुए इस संबंध में जानकारी दी थी।