Shreyas Talpade ने शाह रुख खान को लेकर कही ये बात, पढ़ें पूरी खबर
फिल्मों में काम करने के बाद कई बार कलाकार खुद को केवल इसी माध्यम तक बांध देते हैं। अगर बात की जाए अभिनेता श्रेयस तलपड़े की तो इन दिनों वह मराठी टेलीविजन पर भी काम कर रहे हैं। श्रेयस का मानना है कि कलाकार को एक माध्यम तक सीमित नहीं रहना चाहिए। दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने कहा कि कोई माध्यम किसी एक्टर या उसकी परफार्मेंस को बांधकर नहीं रख सकता है।
श्रेयस कहते है, ‘कहानियों को लेकर ये सीमाएं हो सकती हैं कि कुछ कहानियां ओटीटी के लिए बनी होती हैं, कुछ फिल्मों के लिए, लेकिन एक्टर परफार्मर होता है। वह अपने आपको एक माध्यम में कैसे बांध सकता है कि मैं सिर्फ फिल्में ही करूंगा या हिंदी फिल्में ही करूंगा। मुझे कभी यह बात हजम ही नहीं हुई। इसलिए करियर में मराठी फिल्में, टीवी, स्टेज सब कुछ किया। परफार्मर होने के नाते उस वक्त कौन सी कहानी ज्यादा उत्सुक कर रही है, वह करना चाहिए। चाहे वह किसी भी माध्यम पर हो। कई बार हम दिखावे की चीजों में फंसकर रह जाते हैं कि फिल्में कर रहा हूं तो टीवी कैसे करूंगा, क्यों नहीं करेंगे, टीवी में क्या बुराई है।
श्रेयस ने आगे कहा, ‘जब मैं शाह रुख खान के साथ ओम शांति ओम फिल्म में काम कर रहा था तो उन्होंने कहा था कि यह जरूरी है कि जो तुम्हें अच्छा लग रहा है, वह करो। आगे उन्होंने कहा कि जब मैैं शादियों में परफार्म करने जाता था तो लोग कहते थे कि क्या कर रहे हो, एक्टर ऐसे काम नहीं करते हैं, लेकिन मैं अपने परिवार के लिए कुछ चीजें कर रहा था, मेरी प्राथमिकताएं अलग थीं। फिर सारे लोग शादियों में नाचने लगे।’
श्रेयस ने यह भी कहा, ‘अगर मैं शाह रुख की इन चीजों से नहीं सीखता तो क्या फायदा, जो अच्छा लगता है वो करना चाहिए। कई बार वही चीज लोगों को छू जाती है, जिससे ढेर सारा काम मिलता है। पश्चिमी देशों में एक्टर फ्लेक्सिबल हैं। वे परफार्म करने में यकीन रखते हैं।’