Diesel Scam in Lucknow Nagar Nigam: बिना चले ही सात सौ लीटर से ज्यादा डीजल पी गए नगर निगम के वाहन, दो चालकों पर मुकदमा

नगर निगम का वाहन एक कदम भी नहीं चला लेकिन उस पर हर दिन तेल का खर्च दिखाया जा रहा था। जुलाई में ही 704 लीटर का खर्च इस वाहन पर दिखाया गया था। इसमे मिनी हाइवा वाहन तो एक माह से अधिक समय से खराब था और निरालानगर गैराज में खड़ा है। तेल चोरी के मामले में नगर निगम के अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए हैं। इस मामले में दो चालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही सफाई निरीक्षक मो. नईम को कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ ही विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। 

नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि नगर निगम में डीजल चोरी की मिल रही शिकायतों को देखते हुए गोपनीय जांच कराई गई थी। जांच से पता चला कि जोन-तीन में मलबा व कूड़ा उठाने के लिए मिनी हाइवा वाहन को लगाया गया था। वाहन संख्या यूपी 32 एटी2842 खराब होने के कारण कई माह से निरालानगर गैराज में खड़ा था। इस वाहन के चालक सैयद हसन ने जुलाई माह में वाहन को चलाने के लिए 704 लीटर तेल का खर्च दिखाया गया। वाहन चालक को पेट्रोल पंप से तेल देने की पर्ची भी दी जाती रही थी। इसी तरह तेल चोरी का एक और मामला पकड़ा गया है। रोड स्वीपिंग मशीन के चालक प्रदीप ने भी 40 लीटर डीजल की चोरी की।

इस चोरी को वाहन में लगे जीपीएस सिस्टम फ्यूल केलिब्रेशन के साथ वाहन की टंकी के अंदर लगे गैरो फ्लू सेंसर का प्रयोग कर पकड़ा गया है। मिनी हाइवा के चालक सैयद और रोड स्वीपिंग मशीन के चालक प्रदीप के खिलाफ समुचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस मामले में पेट्रोल पंप समथर सर्विस स्टेशन से डीजल आपूर्ति को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दिया गया है। पेट्रोल पंप संचालक को कारण बताओ नोटिस भी जारी की गई है। यहां गाड़ी में तेल नहीं दिया जा रहा था और चालक को पर्ची के आधार पर डीजल का भुगतान हो रहा था। इस प्रकरण में जोन तीन के तत्कालीन सफाई एवं खाद्य निरीक्षक मो. नईम की भूमिका भी ठीक नहीं पाई गई है। मो.नईम को के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।

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