खाने के तेल की कीमतों में 20 फीसदी की बढ़ोतरी
अब खाने के तेल (Edible oil) और दालों की बढ़ती कीमतों से आम आदमी की कमर टूट गई है। पिछले एक महीने में खानेे केेकेे तेल की कीमतों में 20 फीसदी की तेजी आई है। भारतीय उद्योग मंडल के अनुसार, देश में खाद्य तेल और दालों की कीमतों में वृद्धि अंतरराष्ट्रीय बाजार में अधिक कीमतों के कारण हुई।
एक तरफ जहां खाद्य तेल की कीमतों में 20 फीसदी की तेजी आई। वहीं, दालें 10 फीसदी महंगी हुई हैं। दिल्ली के खुदरा बाजार में दालों के दाम तेजी से बढ़े हैं। ये कीमतें अब तक की सबसे ज्यादा बताई जा रही हैं।
दिल्ली में रिफाइंड तेल की कीमत 5 रुपये बढ़ी है, जबकि अन्य प्रकार के तेल की कीमत 15 रुपये बढ़कर 20 रुपये हो गई है। लॉकडाउन और बेमौसम बारिश के कारण उत्पादन पहले ही गिर चुका था। वहीं, खाद्य तेल के आयात में गिरावट आई है। और अब मांग बढ़ गई है।
तेल और दालों की कीमतों में कमी तभी आएगी जब केंद्र सरकार आयात शुल्क कम करेगी। इसके पीछे एक कारण डीजल और पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि के कारण परिवहन लागत में वृद्धि है।
दाल और प्रति लीटर तेल के दाम
सरसों का तेल – 165 रु
रिफाइंड तेल – 155 रु
अरहर दाल – 100 रु
मलका दाल -85 रु
चना दाल – 70रु
उड़द की दाल – 95 रु