पाक मंत्री ने कबूला ‘पाकिस्तान देता है तालिबान आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह’, अफगानिस्‍तान ने सराहा

पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री शेख राशिद अहमद ने यह कबूल किया है कि पाकिस्तान तालिबान आतंकवादियों को सुरक्षित ठिकाना देता है। राशिद अहमद के इस बयान पर अफगान अधिकारियों ने उनकी तारिफ की है। पाकिस्तान के जियो न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में अहमद ने स्वीकार किया था कि अधिकांश तालिबान नेताओं के परिवार पाकिस्तान में हैं। अहमद ने खुलासा किया कि अफगानिस्तान में मारे गए तालिबानियों को पाकिस्तान की धरती पर दफनाया गया है और उनके घायल लड़ाकों का इलाज वहीं किया जाता है।

अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हमदुल्लाह मोहिब ने कहा, ‘मैं तालिबान के पाकिस्तान समर्थन के बारे में उनके खुलासे के लिए शेख राशिद की प्रशंसा करता हूं। हमें अफगानिस्तान के खिलाफ हमले पर बोलने के लिए बहादुर पाकिस्तानियों की जरूरत है।’ उन्होंने आगे कहा कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के रूप में जानने वाले पाकिस्तानी तालिबान को अफगानिस्तान की धरती पर रहने और काम करने की अनुमति नहीं देना चाहिए।

अफगान विदेश मंत्रालय ने राशिद की प्रतिक्रिया पर कहा कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान कभी अफगानिस्तान में नहीं रहा है और यहां सक्रिय नहीं है। इस संगठन को एक आतंकवादी समूह के रूप में मान्यता प्राप्त है और अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता का दुश्मन है।

इस्लामाबाद पर तालिबान की सहायता करने और उन्हें अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है। काबुल पहले से ही पाकिस्तान पर अफगान तालिबान को शरण देने का आरोप लगाता रहा है। हालांकि, पाकिस्तान हमेशा से ही आतंकवादियों को मदद देने से इनकार करता आया है।

गौरतलब है कि पाकिस्तान भले ही ये ना माने की वो आतंकवादियों का समर्थन देता है, मगर शेख राशिद अहमद के खुलासे से पाकिस्तान सरकार पर सवाल उठने लेगे हैं। पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पाकिस्तान में तालिबान के पनाहगाहों की मौजूदगी से इनकार किया था। उन्होंने कहा था कि आतंकवादी समूह के नेता अफगानिस्तान में हैं।

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