Alert : जून में धीमी पड़ी मैन्‍युफैक्‍चरिंग सेक्‍टर की रफ्तार, जानिए क्‍या है कारण

Covid 19 की मार पहली बार Manufacturing Sector पर पड़ी है। Mahamari के कारण स्थानीय स्तर पर सख्त प्रतिबंधों के चलते विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियों में 11 महीनों में पहली बार जून में गिरावट आई। इस कारण बड़ी संख्या में लोगों की नौकरी चली गई। मौसमी रूप से समायोजित आईएचएस मार्किट इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) जून में घटकर 48.1 रह गया, जो मई में 50.8 था।

हालांकि बुनियादी क्षेत्र के 8 उद्योगों का उत्पादन मई माह के दौरान 1 साल पहले के मुकाबले 16.8 प्रतिशत बढ़ा है। यह बढ़ोतरी बीते साल का निम्न तुलनात्मक आधार होने और प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों, इस्पात, सीमेंट और बिजली उत्पादन बढ़ने से हासिल हुई।

कारोबारी गतिविधि रुकने के संकेत

PMI जुलाई 2020 के बाद पहली बार 50 अंक से नीचे गिर गया। PMI की भाषा में 50 से ऊपर अंक का अर्थ है गतिविधियों में विस्तार, जबकि 50 से नीचे का अंक Contraction को दर्शाता है। ताजा आंकड़ों से कारखानों के ऑर्डर, उत्पादन, निर्यात और खरीद में नए सिरे से Contraction का पता चलता है। इसके अलावा समीक्षाधीन महीने के दौरान व्यापार को लेकर पॉजिटिविटी में कमी आई और लोगों का बेरोजगारी का सामना भी करना पड़ा। Covid 19 प्रतिबंधों ने भारतीय सामानों की अंतरराष्ट्रीय मांग को भी कम कर दिया और 10 महीनों में पहली बार नए निर्यात ऑर्डर में कमी आई।

IHS मार्केट की आर्थिक संयुक्त निदेशक पॉलियाना डी लीमा ने कहा कि भारत में Covid 19 के प्रकोप का मैन्‍युफैक्‍चरिंग अर्थव्यवस्था पर नकारात्‍मक प्रभाव पड़ा। जून में नए ऑर्डर, उत्पादन, निर्यात और खरीद बाधित हुई। लीमा ने हालांकि कहा कि सभी लिहाज से संकुचन की दर पहले लॉकडाउन की तुलना में कम थी।

बुनियादी उद्योगों में उछाल

उधर, बीते साल मई में Covid 19 संक्रमण प्रसार पर नियंत्रण के लिए देशव्यापी लॉकडाउन के कारण इन 8 बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में 21.4 प्रतिशत की बडी गिरावट दर्ज की गई थी। इस साल मार्च में इन उद्योगों में 11.4 प्रतिशत और अप्रैल महीने में 60.9 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की गई। अप्रैल 2021 में हासिल ऊंची वृद्धि की भी प्रमुख वजह एक साल पहले का तुलनात्मक आधार काफी नीचे रहना है। अप्रैल 2020 में भी देशव्यापी लॉकडाउन के कारण कारोबारी गतिविधियां पूरी तरह से बंद रही थी।

गैस का उत्पादन 20.1 प्रतिशत

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक मई 2021 में बुनियादी क्षेत्र के उद्योगों में प्राकृतिक गैस का उत्पादन 20.1 प्रतिशत, रिफाइनरी उत्पादों का उत्पादन 15.3 प्रतिशत, इस्पात उत्पादन एक साल पहले मई के मुकाबले इस साल मई में 59.3 प्रतिशत, सीमेंट का 7.9 प्रतिशत, बिजली उत्पादन 7.3 प्रतिशत बढ़ा है। वही पिछले साल इन क्षेत्रों में मई महीने में उत्पादन क्रमश: 16.8 प्रतिशत, 21.3 प्रतिशत, 40.4 प्रतिशत, 21.4 प्रतिशत और 14.8 प्रतिशत घटा था। यही वजह है कि पिछले साल की बड़ी गिरावट के ऊपर इस साल उत्पादन में अच्छी बढ़ोतरी दिख रही है।

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