School Reopening News: बिहार सहित इन राज्यों ने किया स्कूल खोलने का एलान, जानें आपके राज्य में क्या है अपडेट
कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से ही देशभर में स्कूल-कॉलेज बंद हैं। कोरोना की पहली लहर मंद पड़ने के बाद कुछ स्कूल-कॉलेज खुलने शुरू हुए थे कि दूसरी लहर ने फिर ताला डालने पर मजबूर कर दिया। अब दूसरी लहर के धीमी पड़ने और तीसरी लहर आने की आशंका के बीच सबके मन में यह सवाल है कि स्कूल कब खुलेंगे? वहीं पेरेंट्स की कई संस्थाएं भी उन इलाकों में स्कूल खोलने की मांग कर रही हैं जहां कोविड का प्रकोप खत्म या बेहद कम है। स्कूल खोलने को लेकर राज्य सरकारों का क्या मूड है, आइए समझते हैं।
दिल्ली में फिलहाल बंद ही रहेंगे स्कूल
दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षण गतिविधियों के संचालन और क्रियान्वयन को लेकर सर्कुलर जारी किया है। जिसमें दिल्ली के सरकारी व सहायता प्राप्त स्कूलों में नर्सरी से बारहवीं कक्षाओं के शैक्षणिक गतिविधियों के लिए एक्शन प्लान की रूपरेखा निर्धारित की गई है। ऑनलाइन, सेमी-ऑनलाइन माध्यम से कक्षाएं शुरू होंगी। उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि महामारी की स्थिति सामान्य होने तक स्कूल बंद रहेंगे लेकिन ऑनलाइन और सेमी-ऑनलाइन विधियों का उपयोग करते हुए शिक्षकों और छात्रों के बीच जुड़ाव जल्द दोबारा शुरू हो जाएगा। राजधानी दिल्ली में फिलहाल स्कूल बंद ही रहेंगे। हालांकि सरकार ने एक टास्क फोर्स बनाई है जो इस बारे में योजना तैयार करेगी। दिल्ली में कोरोना की पिछली लहर जितनी घातक थी, उसे देखते हुए स्कूल जल्द खुलने की संभावना न के बराबर है।
बिहार में 6 जुलाई से खुलने लगेंगे स्कूल
बिहार में 6 जुलाई को अनलॉक-3 समाप्त हो रहा है और इसके बाद शैक्षणिक संस्थानों को खोले जाने की तैयारियां आरंभ हो गई हैं। हालांकि इसपर अंतिम मुहर आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में लगेगी, लेकिन शिक्षा विभाग ने इसको लेकर तैयारी आरंभ कर दी है।बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि 6 जुलाई से राज्य के शैक्षिक संस्थान चरणबद्ध रूप से खुलने लगेंगे। इसके लिए खाका तैयार कर लिया गया है। पहले चरण में यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों को ऑफलाइन क्लासेज शुरू करने दी जाएंगी। उसके बाद कक्षा 9-12 के स्कूल खुलेंगे। तीसरे चरण में कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल खोले जाएंगे।
उत्तर प्रदेश में 1 जुलाई से खुलेंगे स्कूल
उत्तर प्रदेश में लंबे इंतजार के बाद अब स्कूल दोबारा खुलने के लिए तैयार हैं। शासन के आदेश के बाद 01 जुलाई से स्कूल फिर से खुलेंगे औार एडमिशन आदि से जुड़े प्रशासनिक काम शुरू होंगे। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए राज्य में स्कूल-कॉलेज बंद किए गए थे जिन्हें अब वायरस के मामलों में आई कमी को देखते हुए फिर से खोला जा रहा है। कोरोना के कम होते मामलों के बीच, उत्तर प्रदेश सरकार जुलाई से स्कूल खोलने की सोच रही है। 1 जुलाई से स्कूल खुल जाएंगे मगर प्रशासनिक काम ही होंगे। फिलहाल शिक्षकों और कर्मचारियों को ही स्कूल आना होगा।
तेलंगाना में 1 जुलाई से खुल जाएंगे स्कूल
तेलंगाना सरकार ने 1 जुलाई से स्कूल और कॉलेज खोलने का मन बना लिया है। 50 फीसद उपस्थिति के साथ कक्षाएं चल सकती हैं। वहां सुबह और शाम, दो बैच में कक्षाएं चलाने की योजना है। कक्षा 9 और 10 की कक्षाएं ऑनलाइन लगेंगी। वहीं, आंध्र प्रदेश सरकार भी अगस्त से स्कूल खोलने की तैयारी में है।
मध्य प्रदेश में भी चल रही स्कूल खोलने की तैयारी
मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा है कि सरकार स्कूल, कॉलेज खोलने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि सभी यूनिवर्सिटीज और कॉलेजो को अगस्त से 50 फीसद क्षमता के साथ शुरू करने पर चर्चा हो रही है। हालांकि सभी छात्रों और अध्यापकों का टीकाकरण जरूरी होगा।
महाराष्ट्र में स्कूल खोलने पर हो रहा विचार
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिक्षा विभाग से कक्षा 10 और 12 के स्कूल खोलने की संभावनाओं पर विचार के लिए कहा है। हालांकि अभी स्कूल सिर्फ उन्हीं गांवों में खोलने का प्लान है जहां कोविड के मामले नहीं हैं।
एम्स चीफ डॉ. रणदीप गुलेरिया भी कह रहे, खुलने चाहिए स्कूल
एम्स दिल्ली के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि निजी तौर पर मुझे लगता है कि हमें स्कूल खोलने पर ज्यादा काम करना चाहिए क्योंकि स्कूल बंद रहने से युवा पीढ़ी के ज्ञान पर खासा असर पड़ा है। खासतौर से उन पिछड़े बच्चों में जो ऑनलाइन क्लासेज नहीं कर सकते।
बच्चों के लिए वैक्सीन कब तक आएगी?
डॉ गुलेरिया ने कहा कि बच्चों के लिए वैक्सीन उपलब्ध होने से स्कूलों और आउटडोर गतिविधियों के शुरू होने का रास्ता निकलेगा। उन्होंने कहा कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के बच्चों पर फेज 2/3 ट्रायल का डेटा सितंबर तक आ जाना चाहिए जिसके बाद उसे अप्रूवल मिल सकता है। जायडस कैडिला की वैक्सीन को भी अप्रूवल मिलने के बाद बच्चों के लिए उपलब्ध कराया जा सकता है। इसके अलावा फाइजर का टीका भी 12 साल से ज्यादा उम्र वाले बच्चों के लिए अगले दो-तीन महीनों में आ सकता है।