Delta Variant: डेल्टा वैरिएंट के चलते कई देशों में लॉकडाउन की स्थिति, जानें दुनिया में कोरोना के हालात

 विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेबरेसर्स ने 85 देशों में फैल चुके डेल्टा वैरिएंट को लेकर विश्वभर के देशों के लिए चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा है कि अब तक ज्ञात सभी वैरिएंट में डेल्टा तेजी से फैलने वाला वैरिएंट है। उन्होंने चिंता जताई कि कुछ देशों में पाबंदियों में ढील दी जा रही है, जबकि कोरोना तेजी से दुनिया में फैल रहा है।

अफ्रीका महाद्वीप में डेल्टा वैरिएंट के कारण स्थिति खराब

ज्यादा संक्रमण के मामलों का सीधा मतलब है कि अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ना। इससे मरने वालों की संख्या भी बढ़ जाएगी। अफ्रीका महाद्वीप में दक्षिण अफ्रीका ऐसा देश है,जहां डेल्टा वैरिएंट के कारण स्थिति खराब हो गई है। यहां एक दिन में 18 हजार से ज्यादा नए केस डेल्टा वैरिएंट के आ रहे हैं। कार्यवाहक स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर उच्चतम स्तर पर है। पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में सत्तर फीसद केस डेल्टा वैरिएंट के ही हैं। नेशनल हेल्थ इंस्टीट्यूट के रिकार्डो जार्ज ने बताया कि पूरे देश में संक्रमण के जितने मामले सामने आ रहे हैं, उनमें से आधे डेल्टा वैरिएंट के ही हैं।

सिडनी में दो हफ्ते का लॉकडाउन

उधर, कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जीत चुके देशों में एक बार फिर से लॉकडाउन का संकट आ गया है। कोरोना वायरस के बेहद संक्रामक डेल्टा वैरिएंट के बढ़ते मामलों की वजह से दोबारा लॉकडाउन लगाना पड़ रहा है। करीब-करीब सामान्य स्थिति की ओर लौट चुके आस्ट्रेलिया के सबसे बड़े शहर सिडनी में शनिवार को दो हफ्ते के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है। ऑस्ट्रेलिया में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है और इसके प्रसार को रोकने के लिए यहां दो हफ्ते का सख्त लॉकडाउन लगाया गया है। सिडनी में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के अबतक कुल 80 मामले सामने आ चुके हैं।

ब्रिटेन : यहां पिछले सप्ताह में डेल्टा वैरिएंट के 35 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं।

बांग्लादेश: सोमवार 28 जून से सख्त लाकडाउन लगाया जा रहा है।

ब्राजील : मरने वालों की संख्या 24 घंटे में दो हजार से ज्यादा रही।

स्पेन : नागरिकों को खुले स्थानों पर मास्क न लगाने की छूट दी गई है

क्या है डेल्टा वैरिएंट

  • डेल्टा वैरिएंट जिसे B.617.2 कहा जाता है। यह म्यूटेंट होकर डेल्टा प्लस या AY.1 में भी तब्दील हो गया है। यह सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में पाया गया है, जिसकी वजह से मेडिकल एक्सपर्ट्स की चिंता बढ़ रही है। डेल्टा वैरिएंट की स्पाइक में K417N म्यूटेशन जुड़ जाने का कारण डेल्टा प्लस वैरिएंट बना है।
  • यही K417N द. अफ्रीका में पाए गए कोरोना वायरस के बीटा वैरिएंट और ब्राजील में पाए गगए गामा वैरिएंट में भी मिला है। वैज्ञानिक जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए लगातार नजर बनाए हुए हैं। इसके बारे में ज़्यादा जानकारी जल्द ही सामने आ सकती है। इसके अलावा K41N नाम का म्यूटेशन जो दक्षिण अफ्रीका में बीटा वेरिएंट में पाया गया था उससे भी इसके लक्षण मिलते हैं। इसलिए यह ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है।
  • स्वास्थ्य मंत्रालय की मानें तो देश में डेल्टा प्लस वेरियंट के 40 मामले सामने आ चुके हैं। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, केरल, पंजाब, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, जम्मू और कर्नाटक में 40 मामले पाए गए हैं। WHO ने डेल्टा वैरिएंट को ‘वायरस ऑफ कंसर्न’ करार दिया है।
  • स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक डेल्टा प्लस ज्‍यादा संक्रामक है और फेफड़े की कोशिकाओं के रिसेप्टर से मजबूती से चिपकने में सक्षम है। जिसकी वजह से फेफड़ों को जल्द नुकसान पहुंचने की संभावना होती है। यह आपकी इम्यूनिटी को चकमा देने में सक्षम है।

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