US-India Relation: अमेरिका के इस बयान से विचलित हुए पाक और चीन, कहा- भारत दुनिया में हमारा सर्वाधिक विश्वसनीय सहयोगी

चीन और पाकिस्‍तान के बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका यह बयान पाकिस्‍तान और चीन को जरूर बेचैन करेगा। अमेरिका ने कहा है कि भारत हमारा वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण साझेदार है। हम भारत के साथ मिलकर आर्थिक, रणनीतिक और सुरक्षा संबंधी कई मामलों में कार्य कर रहे हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस प्रवक्ता जेन साकी ने कहा कि अमेरिका भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मदद करने के लिए कई कदम उठा रहा है। हम इस महामारी से लड़ने में भारत को हर तरह की मदद कर रहे हैं। उनका यह बयान ऐसे समय आया है, जब सीमा पर चीन, भारत पर लगातार दबाव बना रहा है। ऐसे में अमेरिका का खुलकर भारत के साथ आना चीन और पाकिस्‍तान के लिए चिंता का सबब हो सकता है।

अमेरिका, भारत का सबसे बड़ा और अहम व्यापारिक साझेदार

बाइडन प्रशासन ने हाल में ‘क्वाड’ (भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया व जापान) देशों की बैठक के बाद अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि भारत और अमेरिका की ‘समग्र वैश्विक रणनीतिक साझेदारी’ व्यापक होने के साथ-साथ बहुआयामी भी है। उन्‍होंने कहा था कि ऐसे में भारत का विश्व शक्ति के रूप में उभरना सचमुच स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा था कि अमेरिका निश्चित ही भारत का सबसे बड़ा और अहम व्यापारिक साझेदार भी है, जिसका 2019 में कुल द्विपक्षीय व्यापार बढ़कर 146 अरब डॉलर हो गया है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी कंपनियां भारत के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का एक बड़ा स्रोत हैं। प्राइस ने कहा कि क्वाड देशों का समूह मुक्त व खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के हित में भारत-अमेरिका समेत हमारे करीबी भागीदारों के बीच सहयोग का महत्वपूर्ण उदाहरण है।

राष्‍ट्रपति चुनाव के वक्‍त दी थी पाक और चीन को चेतावनी

गौरतलब है कि अमेरिकी राष्‍ट्रपति चुनाव के दौरान ने ही जो बाइडन ने संकेत दिया था कि उनका प्रशासन भारत-अमेरिका संबंधों को लगातार मजबूत करने को उच्च प्राथमिकता देगा। भारतीय-अमेरिकी नागरिकों से संबंधित एक महत्वपूर्ण नीतिगत दस्तावेज में बाइडन ने पाकिस्‍तान का नाम लिए बगैर कहा था कि दक्षिण एशिया में एक देश की सीमा से दूसरे देश में या किसी अन्य रूप में आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इसके अलावा उन्‍होंने कहा था कि चीन सहित कोई भी देश अपने पड़ोसी देश को धमकी नहीं दे सकेगा। उन्‍होंने कहा था कि वह अपनी इस मान्यता को पूरा करेंगे कि भारत और अमेरिका स्वाभाविक साझेदार हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.