महाराष्ट्र : कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए सीएम उद्धव ने की बैठक, स्वास्थ्य विभाग को योजना बनाने के दिए निर्देश
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग को कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए सभी जिलों में योजना बनाने का निर्देश दिया। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री उद्धव रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सतारा, सांगली, कोल्हापुर और हिंगोली जिलों के कलेक्टरों से बात की और जिलों में कोरोना के मामलों की जानकारी ली। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे भी मौजूद थे।
सीएम उद्धव ने कोरोना की तीसरी लहर पर चिंता जताते हुए कहा कि अभी किसी भी तरह की ढील देनी जल्दबाजी होगी। हालांकि जिलों के लिए अलग-अलग स्तर की पाबंदियां तय की गई हैं, लेकिन स्थानीय प्रशासन को वास्तविक स्थिति के आधार पर प्रतिबंधों को लेकर फैसला करना है।
सीएम उद्धव ने जिलाधिकारियों से कहा कि अगर क्षेत्रों में भीड़ होती है, तो संक्रमण बढ़ सकता है और स्थिति खराब हो सकती है। अपने शहर या जिले में संक्रमण का अध्ययन करें और ढील देने में जल्दबाजी न करें। मुख्यमंत्री ने कोरोना की तासरी लहर की चिंताओं के बीच स्वास्थ्य विभाग को दूरस्थ और ग्रामीण क्षेत्रों में ऑक्सीजन, दवाओं एवं अन्य आवश्यक चिकित्सा सामग्री की पर्याप्त आपूर्ति करने का भी निर्देश दिया।
इस बीच राज्य के मुख्य सचिव सीताराम कुंटे ने कहा कि उपरोक्त सात जिलों की स्थिति चिंता का विषय है। इनमें से तीन जिले कोंकण में, तीन पश्चिमी महाराष्ट्र में और एक मराठवाड़ा में हैं। उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर टेस्टिंग, ट्रेसिंग और टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है और इस संबंध में जिलों को आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। मुख्य सचिव ने आरटी-पीसीआर टेस्टिंग को बढ़ाने और मलिन बस्तियों में रोकथाम के उपायों को और सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए।