मुंबई में लॉकडाउन फिलहाल नहीं: बीएमसी कमिश्नर आईएस चहल
मुंबई : कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मुंबई में लॉकडाउन लगने की आशंका के बीच बीएमसी कमिश्नर आईएस चहल ने स्थिति स्पष्ट कर दी। चहल ने कहा कि मुंबई में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है। कोरोना की पॉजिटिविटी रेट सिर्फ 6 प्रतिशत है, इसलिए यहां दोबारा लॉकडाउन लगाने की जरूरत नहीं है। हालांकि, उन्होंने मुंबईकरों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि लोगों ने कोरोना को गंभीरता से नहीं लिया और लापरवाही बरती, तो भविष्य में कठोर प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है।
चहल ने कहा कि मुंबई में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन यह ज्यादा चिंता का विषय नहीं है। उन्होंने कहा कि जनवरी में प्रतिदिन 10 से 12 हजार लोगों का कोरोना टेस्ट किया जाता था। अब सोमवार को 23000 लोगों का कोविड टेस्ट किया गया। मुंबई में यदि 100 लोगों का टेस्ट होता है तो उसमें से सिर्फ 6 ही पॉजिटिव पाए जा रहे हैं, जो राहत की बात है। राज्य के अन्य स्थानों की तुलना में मुंबई का पॉजिटिविटी रेट कम है। पॉजिटिविटी रेट अधिक होता तो लॉकडाउन पर विचार किया जा सकता था। चहल ने कहा कि मुंबई के कोविड सेंटर में 60 प्रतिशत बेड खाली हैं, जंबो सेंटर में पर्याप्त व्यवस्था है, आईसीयू बेड व ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। इसलिए मुंबई में अभी लॉकडाउन लगाने की स्थिति नहीं बनी है।
बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा है कि मुंबई में भीड़भाड़ वाली जगहों, सब्जी मंडियों, बाजारों, बसों, विवाह कार्यक्रमों, नाइटक्लब व पबों में कोरोना नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। हम इसके बारे में गंभीरता से विचार कर रहे हैं कि इनके खुलने व बंद करने के समय में कटौती की जाए या नाइट कर्फ्यू लगाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि मैरिज हॉल में हो रही शादियों में लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हो रहे हैं। शादियों में सिर्फ 50 लोग ही शामिल हों, इसके लिए जल्द ही कड़े कदम उठाए जा सकते हैं।