पालघर : चिकन की दुकाने 21 दिनों के लिए बंद
पालघर : प्रदेश में एकबार फिर तेजी से फैल रहे कोरोना ने लोगों को जहां डरा रखा है। वहीं पालघर जिले की सूर्या कॉलोनी स्थित पोल्ट्री फार्म में पिछले दिनों हुई मुर्गियों की मौत के बाद हुई जांच में बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि होने से शासन द्वारा अलर्ट जारी कर दिया गया है। अधिकारियों ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद पालघर में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। इसके साथ ही जिस सरकारी पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों की मौत हुई है। उसके एक किलोमीटर के क्षेत्र को संक्रमण जोन घोषित करते हुए इसके अंदर सभी कुक्कुट फार्म पर अभियान चलाकर संक्रमण के संदेह में आने वाली मुर्गी-मुर्गों को मारने का अभियान शुरू हो गया है। जिला प्रशासन ने शहर की सभी चिकन तथा अंडे की दुकानों को 21 दिनों तक बंद रखने के आदेश दिये है। उपजिला अधिकारी (निवासी) किरण महाजन ने बताया कि बर्ड फ्लू को और अधिक फैलने से रोकने के लिए चिकन की दुकानों को बंद करने के साथ ही दुकानों की जांच के लिए टीमें गठित की गई हैं। नष्ट किए जाने वाले मुर्गियों और पक्षियों के निस्तारण के लिए समुचित इंतजाम किए गए हैं। जिला प्रशासन ने मुर्गे-मुर्गियों तथा जंगली एवं प्रवासी पक्षियों में असामान्य तौर पर बीमारी फैलने या उनकी मौत होने की घटनाओं पर कड़ी नजर रखने के लिए दिशानिर्देश जारी किया गया है।
राज्य में 356 पक्षियों की मौत नमूने जांच के लिए भेजे गए
मुंबई, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में बर्ड फ्लू के प्रकोप के बीच राज्य में 356 और पक्षियों की मौत हो गई। इनमें से अधिकतर कुक्कुट पालन केंद्र से हैं। सरकार ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन पक्षियों की मौत के मामले मंगलवार को सामने आए और उनके नमूने जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, 356 पक्षियों में से 343 कुक्कुट पालन केंद्र से हैं जिनमें से नंदूरबार जिले में 229 पक्षी मृत पाए गए हैं। महाराष्ट्र में वर्ष 2016 में फैले बर्ड फ्लू के दौरान नंदूरबार जिले का नवापुर सर्वाधिक प्रभावित इलाका रहा था। बयान के मुताबिक, मंगलवार को 11 कौवों और दो बगुलों की भी मौत हुई। सरकार ने बयान में कहा कि पक्षियों के नमूनों को भोपाल और पुणे की प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक संक्रमण से प्रभावित इलाकों के 7,37,969 पक्षियों को मारने की कार्रवाई की गई है जिनमें नवापुर में 6,03,392 पक्षी शामिल हैं। बयान के मुताबिक, प्रभावित इलाकों के मुर्गी पालन करने वाले किसानों को सरकार ने 3.38 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि जारी की है।.