26 जनवरी हुई हिंसा मामले में मिले 3 हजार अधिक फोटो, शुरू होगी आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी
नई दिल्ली: दिल्ली में 26 जनवरी को हुई हिंसा मामले में गुजरात की फरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी से क्राइम ब्रांच को रिजल्ट मिलने शुरू हो गए हैं। पुलिस का दावा है कि यूनिवर्सिटी की ओर से अभी तक क्राइम ब्रांच के पास तीन हजार से अधिक ऐसे आरोपियों की डिटेल भेज दी गई है, जो उस दिन लाल किला, आईटीओ और गाजीपुर समेत अन्य जगह हुई हिंसा में शामिल थे। इनके अलावा और भी चेहरे और विडियो आने बाकी हैं। अब इनकी पहचान सुनिश्चित कर गिरफ्तारियां शुरू होंगी। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बताया कि 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा मामले में क्राइम ब्रांच की ओर से गुजरात फरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी को 9 टेराबाइट्स डेटा दिया गया था। इसमें हजारों फोटो और विडियो फुटेज शामिल थीं। मकसद था, यूनिवर्सिटी इन रिकॉर्ड की जांच कर पहले यह सुनिश्चित करे कि कहीं इनसे कोई छेड़छाड़ तो नहीं की गई है। दूसरे इनसे साफ फोटो और विडियो निकालकर क्राइम ब्रांच को भेजे, ताकि आरोपियों की पहचान करके इनकी गिरफ्तारी की जा सके।
यूनिवर्सिटी की ओर से अभी तक क्राइम ब्रांच को तीन हजार से अधिक आरोपियों की फोटो भेजी जा चुकी है। इनकी पहचान करने का काम शुरू कर दिया गया है। क्राइम ब्रांच का यह भी कहना है कि अगर जरूरत पड़ी तो इन लोगों के पोस्टर भी लगाए जाएंगे। दूसरी ओर, क्राइम ब्रांच का कहना है कि रिमांड पर चल रहे आरोपी दीप सिद्धू उन्हें जांच में मदद कर रहा है। जांच में पता लगा है कि 26 जनवरी को लालकिले में झंडा फहराने और हिंसा होने से एक दिन पहले यानी 25 जनवरी को उपद्रवियों का एक ग्रुप इस इलाके में आकर छिप गया था। इस ग्रुप ने लालकिले पर धार्मिक झंडा फहराने में अपनी अहम भूमिका निभाई। 26 जनवरी को दीप सिद्धू अपनी कार में लालकिले तक आया। उसके साथ कार में पांच-छह और लोग थे। इन सभी की भी पहचान की जा रही है।