लोकसभा में उठा विकास दुबे एनकाउंटर का मामला, BSP सांसद बोले- पुलिस जल्लाद ना बने

नई दिल्ली, गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर का मामला सोमवार को लोकसभा में उठा. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद रितेश पांडे ने शून्य काल में इस मामले को उठाया. उन्होंने कहा कि गैंगस्टर विकास दुबे जैसे अपराधी को देश की न्यायिक प्रक्रिया से गुजरते हुए ही सजा मिलनी चाहिए थी, ताकि देश में कानून के शासन पर लोगों का विश्वास कमजोर ना हो. बसपा सांसद ने कहा कि पुलिस जज, ज्यूरी और जल्लाद का रोल अदा करना बंद करे. 

रितेश पांडे ने पुलिस एनकाउंटर में अपराधियों के मारे जाने की घटना पर बोलते हुए इस मुद्दे को उठाया. उन्होंने कहा कि पुलिस एनकाउंटर के रूप में न्यायिक हिरासत में हत्याओं की कई घटनाएं सामने आई हैं. ये हत्याएं सभ्य समाज के लिए खतरा हैं और इन हत्याओं से लोगों में पुलिस का विश्वास कम हो रहा है.  

रितेश पांडे ने कहा कि इनसे हिंसा और अपराधों के वास्तविक अपराधी नहीं पकड़े जाते हैं. जो पकड़े जाते हैं वो खासतौर से दलित, ओबीसी और मुस्लिम समाज के लोग होते हैं. इसमें ठेले वाले और कमजोर समाज के लोग भी शामिल हैं.

बसपा सांसद ने कहा कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरों के आंकड़ों के अनुसार न्यायिक हिरासत में हत्याएं फिर से बढ़ रही हैं.  2017 में ये आंकड़ा बढ़कर 772 हो गया. हाल ही में गैंगस्टर विकास दुबे जैसे अपराधी को भी देश की न्यायिक प्रक्रिया से गुजरते हुए ही सजा मिलनी चाहिए थी, ताकि देश में कानून के शासन पर लोगों का विश्वास कमजोर ना हो.

रितेश पांडे ने कहा कि मैं गृह मंत्री और कानून मंत्री से मांग करता हूं कि वो इस गंभीर समस्या को संज्ञान में लेकर देश की आपराधिक न्यायिक प्रणाली में सुधार लाने का प्रयास करें ताकि पुलिस, जज, ज्यूरी और जल्लाद का रोल अदा करना बंद करे. बता दें कि उत्तर प्रदेश के कुख्यात अपराधी विकास दुबे को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया था. उज्जैन से कानपुर लाते वक्त विकास दुबे ढेर किया गया था. उसपर कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोप था.

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