मोदी कैबिनेट ने किसानों को दिया तोहफा, रबी फसलों के MSP बढ़ोतरी को मंजूरी!
नई दिल्ली. कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (Commission for Agricultural Costs and Prices) की सिफारिशों को मानते हुए मोदी सरकार (Modi Government) ने रबी की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि करने का फैसला कर लिया है.
समर्थन मूल्य क्यों?
केंद्र सरकार कृषि लागत और मूल्य आयोग (CACP-Commission for Agricultural Costs and Prices) की सिफारिश पर कुछ फसलों के बुवाई सत्र से पहले ही न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा करती है. इससे किसानों को यह सुनिश्चित किया जाता है कि बाजार में उनकी फसल की कीमतें गिरने के बावजूद सरकार उन्हें तय मूल्य देगी. इसके जरिए सरकार उनका नुकसान कम करने की कोशिश करती है.
क्यों जरूरी है MSP?
हालांकि, सभी सरकारें किसानों को इसका लाभ नहीं देतीं. इस वक्त बिहार और मध्य प्रदेश में सबसे बुरा हाल है, जहां किसानों को एमएसपी नहीं मिल पा रहा है. वैसे भी शांता कुमार समिति ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि महज 6 फीसदी किसानों को ही एमएसपी का लाभ मिलता है. यानी 94 फीसदी किसान मार्केट पर डिपेंड हैं.
एमएसपी तय करने का आधार
कृषि लागत और मूल्य आयोग न्यूनतम समर्थन मूल्य की सिफारिश करता है. वह कुछ बातों को ध्यान में रखकर दाम तय किया जाता है.
– उत्पाद की लागत क्या है.
– फसल में लगने वाली चीजों के दाम में कितना बदलाव आया है.
– बाजार में मौजूदा कीमतों का रुख.
– मांग और आपूर्ति की स्थिति.
-राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्थितियां कैसी हैं.