नांदेड़ में गोदावरी नदी से बाढ़ का खतरा, हाई अलर्ट पर 337 गांव
महाराष्ट्र की गोदावरी नदी में बड़े हुए जलस्तर की वजह से अब विष्णुपुरी बांध के दरवाजे खोलकर 84541 क्यूसेक छोड़ना पड़ा है। जिसकी वजह से आसपास के गांव संकट में आ चुके हैं। यहां रहने वाले सभी नागरिकों को सतर्क रहने को प्रशासन ने कहा है। ऐसे में अगर गोदावरी नदी में और पानी बढ़ा तो शहर में बाढ़ आने की भी आशंका प्रशासन ने जताई है। इस समस्या से निपटने के लिए नांदेड़ के संरक्षक मंत्री अशोक चव्हाण ने तुरंत संबंधित विभाग के मंत्रियों के साथ आपातकालीन बैठक लेकर तैयारियों का जायजा लिया।
337 गांव पर खतरे की घंटी
गोदावरी नदी नांदेड़ जिले के मुदखेड, धर्माबाद तहसील से होते हुए नांदेड शहर से होकर गुजरती है। इसके अलावा बिलोली नायगांव तहसील के कुछ गांव भी नदी की जद में आते हैं। गोदावरी नदी के किनारे बसे हुए 337 गांव फिलहाल खतरे की जद में है। अशोक चव्हाण ने इन सभी गांव वालों को सतर्क रहने के लिए कहा है। इसके अलावा राज्य की आपदा प्रबंधन टीम को भी अलर्ट किया गया है। लाइफगार्ड की तैनाती भी नदी के किनारे वाली जगहों पर की गई है।
रात में बढ़ सकता है पानी का स्तर
रात तक जलस्तर के 1 लाख 48 हजार क्यूसेक तक पहुंचने के आसार हैं। फिर इसी रफ्तार से विष्णुपुरी बांध से पानी छोड़ा जाएगा। वहीं तेलंगाना के पोचमपाड बांध भी 100 प्रतिशत भर चुका है। इसलिए वहां से भी पानी छोड़ा जा रहा है। तेलंगाना के इस बांध का सबसे ज्यादा खतरा नांदेड़ को है। फिलहाल शहर में स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन गोदावरी में पानी बढ़ने और ज्यादा बारिश की स्थिति में बाढ़ आने के खतरे से इनकार नहीं किया जा सकता है।